Last Updated: Monday, March 26, 2012, 18:16
कोलंबो : श्रीलंका के विदेश मंत्री जीएल पेइरिस ने कहा है कि उनका देश लिट्टे के खिलाफ युद्ध के दौरान मानवाधिकारों के कथित उल्लंघन को लेकर संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में पारित प्रस्ताव का पालन नहीं करेगा। पेइरिस ने सोमवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि हमने नतीजे की परवाह किए बिना इस प्रस्ताव को नहीं मानने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि उनका देश इस प्रस्ताव को अपनी संप्रभुता में हस्तक्षेप के रूप में देखेगा।
श्रीलंकाई विदेश मंत्री ने कहा कि कोलंबो के पक्ष में मतदान करने वाले अथवा अनुपस्थित रहने वाले देशों ने श्रीलंका के सैद्धांतिक रुख को महत्व दिया। भारत ने श्रीलंका के खिलाफ लाए गए इस प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया था।
(एजेंसी)
First Published: Monday, March 26, 2012, 23:46