Last Updated: Sunday, September 2, 2012, 18:17

लंदन : नोबेल पुरस्कार विजेता आर्कबिशप डेसमंड टूटू ने कहा है कि इराक में जनसंहारक हथियारों की मौजूदगी के बारे में झूठ बोलकर सद्दाम हुसैन शासन के खिलाफ हमला करने मामले में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश और पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर को अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय (आईसीसी) का सामना करना चाहिए।
समाचार पत्र ‘द आब्जर्वर’ में लिखे एक लेख में 80 साल के दक्षिण अफ्रीकी नागरिक टूटू ने आरोप लगाया कि अमेरिका और ब्रिटेन के इन दोनों नेताओं ने ईराक में जनसंहारक हथियारों की मौजूदगी के बारे में झूठ बोला।
उन्होंने कहा कि इस हमले ने इतिहास की सबसे अस्थिर और विभाजित दुनिया को बनाया है तथा ऐसे में बुश एवं ब्लेयर को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।
टूटू ने कहा कि 2003 में इराक पर हमले के बाद सीरिया में गृहयुद्ध की पृष्ठिभूमि बन गई और इसी कारण आने वाले वक्त में पश्चिम एशिया में बड़े पैमाने पर विवाद हो सकता है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, September 2, 2012, 18:17