Last Updated: Thursday, August 18, 2011, 04:34
वॉशिंगटन : अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता विक्टोरिया नुलैंड ने उन खबरों से इनकार किया है जिसमें कहा गया है कि अमेरिका ने अन्ना के समर्थन में सीधे तौर पर कोई बयान दिया है. नुलैंड ने इस बारे में कहा है कि भारत में गलत खबर फैलाई गई है. अमेरिकी प्रवक्ता ने सफाई देते हुए कहा है कि अमेरिका दुनिया के किसी भी देश में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन और अभिव्यक्ति की आज़ादी की वकालत करता है. अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जॉन मैक्केन ‘ट्विट’ किया है, ‘मेरे घर के सामने अन्ना के समर्थन में विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं. इससे लगता है कि स्थिति गंभीर है.’
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विक्टोरिया नूलैंड ने इन रिपोर्टों को खारिज कर दिया कि अन्ना हजारे के आंदोलन के समर्थन के बारे में अमेरिका ने कोई बयान जारी किया था जिसकी भारत में कड़ी प्रतिक्रिया हुई. वास्तव में कांग्रेस ने वॉशिंगटन की कड़ी निंदा की और नयी दिल्ली में इसके प्रवक्ता राशिद अल्वी ने पूछा, ‘अमेरिका को इस तरह का बयान देने की क्या जरूरत थी?’ पार्टी प्रवक्ता राशिद अल्वी ने कहा है कि अन्ना को अमेरिका ने समर्थन क्यों दिया, इसकी जांच होनी चाहिए. अमेरिका की ओर से बयान आया था कि भारत लोकतांत्रिक देश है और वहां किसी को अनशन की इजाजत मिलने में मुश्किल नहीं आनी चाहिए.
नूलैंड ने अपने नियमित संवाददाता सम्मेलन में संवाददाताओं से कहा, ‘भारत में कल या आज कुछ बिल्कुल गलत रिपोर्टिंग हुई है कि अमेरिका ने कड़ा बयान जारी किया है. मेरी जानकारी में कल भारत के बारे में केवल वही बयान था जिसे आज भी यहां से जारी किया गया.’ नूलैंड से कांग्रेस प्रवक्ता के बयान के बारे में पूछा गया था जिसमें कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा था कि अमेरिका भारत के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप कर रहा है.
First Published: Thursday, August 18, 2011, 16:49