अफगान शांति वार्ता के अमेरिकी प्रयासों को झटका

अफगान शांति वार्ता के अमेरिकी प्रयासों को झटका

काबुल : अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई ने तालिबान के साथ बातचीत की कोशिशों में जुटे अमेरिका को करारा झटका देते हुए उसके साथ चल रही द्विपक्षीय सुरक्षा वार्ता को बुधवार को निलंबित कर दिया तथा कतर में दफ्तर खोल चुके तालिबान के साथ संभावित संवाद का भी बहिष्कार करने की धमकी है।

काबुल की ओर से तल्ख बयान कतर की राजधानी दोहा में तालिबान का दफ्तर खुलने के एक दिन बाद आए हैं। शांति वार्ता के संदर्भ में तालिबान का यह दफ्तर खुला है जिसे ‘इस्लामिक एमिरेट ऑफ अफगानिस्तान’ नाम दिया गया। करजई प्रशासन की मुख्य आपत्ति इसी नाम को लेकर है।

इस साल के आखिर तक नाटो सैनिकों की वापसी के बाद अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों की मौजूदगी के लिए जरूरी है कि अफगान-अमेरिका वार्ता को एक समझौते तक पहुंचाया जाए। करजई की ओर से बातचीत को रोके जाने से तालिबान के साथ संवाद शुरू करने के अमेरिकी प्रयासों को झटका लगा है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने तालिबान के साथ संवाद को 12 साल के युद्ध को खत्म करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम करार दिया है। (एजेंसी)

First Published: Thursday, June 20, 2013, 00:09

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