Last Updated: Thursday, October 4, 2012, 16:17
काबुल : अफगानिस्तान से अमेरिकी सेनाओं की वापसी के साथ ही वहां गृहयुद्ध का खतरा पैदा हो गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा लगभग तीन साल पहले तैनात किए गए अंतिम 33 हजार अतिरिक्त सैनिक पिछले महीने अफगानिस्तान छोड़ चुके हैं। शेष नाटो सेना के लगभग एक लाख 12 हजार सैनिक वर्ष 2014 तक अफगानिस्तान छोड़ देंगे।
यह विवाद नाटो के लिए बेशक खत्म हो सकता है लेकिन कुछ विश्लेषक आने वाले समय में पश्चिमी देशों की ओर से समर्थन प्राप्त अफगान सरकार के खात्मे और देश में एक गृहयुद्ध की भविष्यवाणी करते हैं। उनका कहना है कि यह गृहयुद्ध 1990 के उस गृहयुद्ध से भी भयानक होगा जब सोवियत सेनाओं ने दस साल के बाद अफगानिस्तान से वापसी की थी।
इंटरनेशनल क्राइसेस ग्रुप के कैंडेंस रॉन्डेयोक्स कहते हैं, ‘यह कुछ समय की ही बात है लेकिन सरकार का गिरना तय है। काबुल में 2014 और 2015 में अराजकता और हिंसा का वर्चस्व होगा। हमने जो 1990 में हालात देखे उसमें इजाफा ही होगा क्योंकि अब देश में पहले से ज्यादा हथियार और ज्यादा क्रूरता के लिए पहले से भी ज्यादा प्रलोभन हैं।’ (एजेंसी)
First Published: Thursday, October 4, 2012, 16:17