अबु हम्जा का यूएस प्रत्यर्पण तय, अमेरिका ने किया स्वागत

अबु हम्जा का यूएस प्रत्यर्पण तय, अमेरिका ने किया स्वागत

अबु हम्जा का यूएस प्रत्यर्पण तय, अमेरिका ने किया स्वागतलंदन/वाशिंगटन : अमेरिकी अधिकारियों ने आज संतोष जताया है कि आखिरकार उन्हें कट्टरपंथी इस्लामी धर्मगुरु अबु हम्जा और उसके चार संदिग्ध आतंकवादी साथियों पर मुकदमा चलाने का मौका मिलेगा। लंदन हाईकोर्ट के दो वरिष्ठ न्यायाधीशों ने मिस्र में जन्मे 54 वर्षीय पूर्व इमाम की याचिका को खारिज कर दिया है। हम्जा ने अदालत से अपील की थी कि उसे स्वास्थ्य जांच के लिए ब्रिटेन में रहने दिया जाए। ब्रिटेन में गिरफ्तार किए गए हम्जा और उसके साथी आतंकवादी गतिविधियों के आरोप में अमेरिका में वांछित थे।

अमेरिका के न्याय विभाग के प्रवक्ता डीन बॉयड ने कहा, ‘हमें प्रसन्नता है कि इन मामलों में प्रत्यर्पण प्रक्रियाओं का अंत हो गया है।’ उन्होंने कहा, ‘हम इन लोगों पर मुकदमा चलाने के लिए उन्हें अमेरिका लाने के लिए ब्रिटिश अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।’ आज ब्रिटेन की एक अदालत के फैसले के साथ ही कट्टरपंथी इस्लामी धर्मगुरु अबु हम्जा और चार अन्य संदिग्ध आतंकवादियों का अमेरिका प्रत्यर्पण तय हो गया था। ब्रिटेन की एक अदालत के फैसले ने प्रत्यर्पण रोकने की उनकी अंतिम कोशिश पर भी आज पानी फेर दिया।

लंदन के हाईकोर्ट के दो वरिष्ठ न्यायाधीशों ने मिस्र में जन्मे 54 वर्षीय पूर्व इमाम की याचिका को खारिज कर दिया है। हम्जा ने अदालत से अपील की थी कि उसे स्वास्थ्य जांच के लिए ब्रिटेन में रहने दिया जाए। हम्जा के साथी संदिग्ध आतंकवादियों खालीद अल-फवाज, सैयद तहला अहसान, आदिल अब्दुल बारी और बाबर अहमद को भी ब्रिटेन में रूकने की अनुमति नहीं मिली है।

न्यायाधीश जॉन थॉमस ने कहा, ‘सभी पांच दावाकर्ताओं के आवेदन अवश्य रद्द किए जाने चाहिए। उनके संयुक्त राष्ट्र अमेरिका प्रत्यर्पण की प्रक्रिया जल्दी शुरू की जा सकती है।’ यूरोप के शीर्ष मानवाधिकार अदालत की ओर से सितंबर के अंत में हरी झंडी मिलने के बाद मिस्र में जन्मे धर्मगुरु हम्जा और चार अन्य लोगों को अमेरिका भेजा जाना था। लेकिन लंदन हाईकोर्ट ने सरकार से कहा था कि उसके इस मामले की अंतिम सुनवाई करने तक वह प्रत्यर्पण टाल दे। अब इन पांचों को ब्रिटेन से अमेरिका के एडीएक्स फ्लोरेंस के ‘सुपरमैक्स’ जेल में ले जाया जाएगा।

इससे पहले हम्जा के वकील एलुन जोन्स ने कहा था कि उन्हें फिलहाल ब्रिटेन से अमेरिका प्रत्यर्पित नहीं किया जा सकता है क्योंकि उनके मस्तिष्क की हालत और बिगड़ रही है या नहीं यह देखने के लिए एमआरआई स्कैन करना जरूरी है और इसके लिए दो चिकित्सकों ने सिफारिश की है। उन्होंने कहा कि हम्जा को कम से कम हल्का क्लीनिकल तनाव तो है ही और उनकी न्यूरोलॉजीकल स्थिति थी खराब हो सकती है। हम्जा आठ वर्ष से ब्रिटेन की जेल में हैं। (एजेंसी)

First Published: Friday, October 5, 2012, 21:46

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