‘अभी भी ईरान के साथ कूटनीति को प्राथमिकता’

‘अभी भी ईरान के साथ कूटनीति को प्राथमिकता’

‘अभी भी ईरान के साथ कूटनीति को प्राथमिकता’वाशिंगटन : ईरान को परमाणु हथियार हासिल करने से रोकने के लिए अमेरिकी प्रतिबद्धता पर जोर देते हुए अमेरिकी रक्षा मंत्री लियोन पनेटा ने कहा है कि इस मामले में ओबामा प्रशासन की प्राथमिकता अभी भी ‘कूटनीति’ ही है।

पनेटा ने अपने इजरायली समकक्ष एहुद बराक के साथ आयोजित एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में पेंटागन संवाददाताओं से कहा कि मुझे अभी भी यकीन है कि एक कूटनीतिक हल तक पहुंचने के लिए अभी समय और संभावना है। इससे इजरायल और अमेरिका दोनों के लिए प्राथमिक नतीजे निकल सकेंगे। उन्होंने कहा कि ईरान दोनों ही देशों की सुरक्षा के लिए दीर्घावधि तक बने रहने वाला संयुक्त खतरा है।

पनेटा ने कहा कि एहुद और मैंने ईरान की अस्थिरताकारी गतिविधियों और उसके परमाणु कार्यक्रम के बारे में चर्चा की है। पनेटा ने कहा कि जैसा कि अमेरिकी राष्ट्रपति साफ तौर पर बता ही चुके हैं कि हम ईरान को परमाणु हथियार हासिल करने से रोकेंगे। हमारी वर्तमान नीति भी यही है। ईरान अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा खुद पर लगे प्रतिबंधों की वजह से अभूतपूर्व दबाव का सामना कर रहा है।

सवालों का जवाब देते हुए एहुद बराक ने कहा कि ईरान के मामले में ‘बल प्रयोग’ के विकल्प को कभी भी अलग नहीं रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि ईरान के मामले में बल प्रयोग एक विकल्प है। वह बना रहना चाहिए। उसे कभी अलग नहीं रखा जाना चाहिए। इजरायली रक्षा मंत्री ने कहा कि ईरान पर लगे प्रतिबंधों का असर हो रहा है और वे ईरान को किसी भी अन्य चीज के मुकाबले ज्यादा नुकसान पहुंचा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि लेकिन मुझे यह नहीं लगता कि इस तरह के प्रतिबंध अयातुल्लाहों को सत्य के आंदोलन पर चला देंगे कि वे वार्ता की मेज पर बैठकर एक दूसरे की आंखों में आंखें डालकर कहें-अब यह खेल खत्म हुआ और यह ज्यादा नहीं चल सकता। मुझे ऐसा होते नहीं दिखता कि इन प्रतिबंधों की वजह से वे अपनी परमाणु आकांक्षाएं छोड़ देंगे। बराक ने दावा किया कि आने वाले वषरें में ईरान अपना परमाणु कार्यक्रम बंद करने के लिए विवश होगा। (एजेंसी)

First Published: Friday, November 30, 2012, 11:18

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