Last Updated: Saturday, September 21, 2013, 16:39
वाशिंगटन : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ अमेरिका के साथ अपने अब तक के मतभेद को पीछे छोड़ उसके साथ दोबारा मजबूत संबंध बनाने के इच्छुक हैं और जब वह राष्ट्रपति बराक ओबामा से मिलेंगे तो इसपर जोर देंगे। व्हाइट हाउस ने यह जानकारी दी। व्हाइट हाउस के कूटनीतिक संवाद के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बेन रोड्स ने कल कहा, हमें उम्मीद है कि हम आने वाले समय में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के साथ एक औपचारिक बैठक करेंगे। इस बारे में हमें विश्वास है कि हम ऐसा उचित समय की तलाश कर सकेंगे जब दोनों नेताओं के बीच मुलाकात कराई जा सके। उन्होंने बताया कि शरीफ की आम चुनावों में जीत के बाद राष्ट्रपति ओबामा ने फोन पर उनके साथ अच्छी खासी चर्चा की।
रोड्स ने कहा, हमें लगता है कि शरीफ सरकार अमेरिका और पाकिस्तान के बीच दोबारा और मजबूत संबंध बनाने के लिए आधार की तलाश करना चाहती है। हमें लगता है कि वह अपने हितों एवं कुछ मुद्दों पर अपने मतभेदों को लेकर स्पष्ट होंगे। लेकिन तब भी दोनों देशों को लगता है कि आतंकवाद से लड़ाई से जुड़े मुद्दे, आर्थिक विकास से जुड़े मुद्दे, पाकिस्तान में विकास से जुड़े मुद्दे और साथ ही क्षेत्रीय स्थिरता के मुद्दे पर साथ काम करने के तरीके ढूंढ़ने पर दोनों देश लाभान्वित होंगे।
रोड्स ने हालांकि न्यूयार्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक से इतर ओबामा और शरीफ की बैठक की संभावना से इंकार किया। ओबामा भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से 27 सितंबर को मुलाकात कर रहे हैं। इसके अलावा भारत और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की भी उस सप्ताहांत में मुलाकात हो सकती है। रोड्स ने कहा कि 2014 में अफगानिस्तान में युद्ध की समाप्ति को देखते हुए ओबामा प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि उनकी रणनीति का एक आधार क्षेत्रीय स्थिरता है।
उन्होंने कहा, हम यह सुनिश्चत करना चाहते हैं कि हम पाकिस्तान को सहयोगी के रूप में देखते हैं। लेकिन हम यह भी सुनिश्चित करना चाहते हैं कि पाकिस्तान औ।र अफगानिस्तान अपने अविश्वास को खत्म करने एवं आपस में मजबूत सहयोग के निर्माण के लिए तरीके ढ़ूंढें, क्योंकि हमारा मानना है कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच मजबूत एवं सकारात्मक संबंध दोनों देशों एवं अमेरिका के भी हित में है। (एजेंसी)
First Published: Saturday, September 21, 2013, 16:39