Last Updated: Tuesday, January 15, 2013, 13:45

वाशिंगटन: राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि अमेरिका कोई गैरजिम्मेदार देश नहीं है, और इसके साथ ही उन्होंने कर्ज सीमा बढ़ाने के लिए कांग्रेस से आग्रह किया है। उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि इस मुद्दे पर वह विपक्षी रिपब्लिकन के साथ कोई बातचीत नहीं करेंगे। ओबामा ने अपने पहले कार्यकाल के अंतिम संवाददाता सम्मेलन में सोमवार को कहा कि कर्ज सीमा बढ़ाना अधिक धन खर्चने का कोई लाइसेंस नहीं है। उन्होंने कहा कि इसके बदले वह वित्त मंत्रालय को अनुमति देंगे कि वह सांसदों द्वारा पहले से स्वीकृत वित्तीय जवाबदेहियों का भुगतान करे।
ओबामा ने कहा, "अमेरिका इस कांग्रेस के साथ इस मुद्दे पर एक और बहस नहीं कर सकता कि पहले के लम्बित बिलों का भुगतान किया जाना चाहिए या नहीं। हम कोई गैरजिम्मेदार देश नहीं हैं।"
लेकिन प्रतिनिधि सभा पर नियंत्रण रखने वाले रिपब्लिकन अपने रुख पर बिल्कुल अटल दिखे और उन्होंने कहा कि वे कर्ज सीमा बढ़ाए जाने का तबतक समर्थन नहीं करेंगे, जबतक कि खर्च कटौती के साथ इसका संतुलन नहीं बिठा लिया जाता।
रिपब्लिकन के सदन के सभापति जॉन बोहनर ने ओबामा की टिप्पणी पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा, "कर्ज सीमा न बढ़ाने के परिणाम स्पष्ट हैं, लेकिन खर्च की अपनी समस्या को अनसुलझा छोड़ने के भी वही परिणाम हैं।"
इस बीच वित्त विभाग ने ओबामा के आह्वान के बाद कांग्रेस के नेताओं को एक पत्र लिखा है, जिसमें कहा गया है कि देश को मध्य फरवरी व मार्च के प्रारम्भ के बीच किसी समय तक वैधानिक उधारी सीमा तक बनाए रखने से रास्ते बंद हो जाएंगे।
अमेरिकी उधारी 31 दिसम्बर तक आधिकारिक रूप से 163.94 खरब डॉलर की वैधानिक सीमा पर पहुंच गई है। इसके परिणामस्वरूप जबतक कर्ज सीमा बढ़ाई नहीं जाती, वित्त मंत्रालय को देश की सभी वित्तीय जवाबदेहियों के भुगतान के लिए नई उधारी की अनुमति नहीं है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, January 15, 2013, 13:45