Last Updated: Saturday, April 28, 2012, 15:56
इस्लामाबाद : अफगान तालिबान ने अफगानिस्तान के दशकों पुराने संघर्ष का राजनीतिक हल ढूढ़ने के लिए कतर में अमेरिका के साथ वार्ता बहाल की है, लेकिन दोनों पक्ष इस वार्ता में कोई प्रगति हासिल करने में विफल रहे हैं। द न्यूज डेली ने वरिष्ठ तालिबान नेताओं के हवाले से खबर दी कि दोनों पक्ष वार्ता के प्रारंभिक दौरों के दौरान कठोर रूख पर अड़े रहे। तालिबान ने कतर में तीन जनवरी को एक कार्यालय खोला था और अमेरिका के साथ बातचीत करने के लिए उसे ‘राजनयिक कार्यालय’ का नाम दिया था।
तालिबान नेताओं ने कहा कि अफगान तालिबान के सर्वोच्च कमांडर मुल्ला मोहम्मद उमर के प्रवक्ता और रिश्तेदार तैयब आगा की अगुवाई में पांच सदस्यीय तालिबान प्रतिनिधिमंडल ने तीन सप्ताह पहले कतर की यात्रा की थी और अमेरिकी अधिकारियों के साथ दो दौर की बातचीत की।
सउदी अरब में तालिबान के पूर्व दूत मौलवी शहाबुद्दीन प्रतिनिधिमंडल के एक अन्य सदस्य हैं। हालांकि तालिबान नेताओं ने कहा कि उन्हें इस मौजूदा वार्ता में तत्काल किसी उपलब्धि की आशा नहीं है। तालिबान नेताओं ने कहा कि अफगान के विदेश मंत्री कतर की हाल की यात्रा के दौरान तालिबान प्रतिनिधिमंडल से भेंट करने में विफल रहे। तालिबान और अमेरिका की इच्छा थी कि इस वार्ता में पाकिस्तान को शामिल किया जाए जबकि अफगानिस्तान सरकार ने उसका विरोध किया।
एक तालिबान नेता ने कहा, ‘अफगान विदेश मंत्री नहीं चाहते हैं कि कतर में तालिबान कार्यालय को अंतरराष्ट्रीय बिरादरी से संपर्क विकसित करने के लिए कानूनी दर्जा मिले।’ तालिबान नेताओं ने कहा कि अमेरिका के साथ वार्ता के पिछले दौर ने कुछ तालिबान गुटों और कमांडरों को नाराज कर दिया था।
(एजेंसी)
First Published: Saturday, April 28, 2012, 21:26