Last Updated: Sunday, September 25, 2011, 05:00
न्यूयॉर्क. भारत ने अमेरिका के इस बात की सराहना की है जिससे हक्कानी नेटवर्क और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के बीच संबंधों को अमेरिका ने माना है. इन दोनों पर अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति बुरहानुद्दीन रब्बानी की हत्या का आरोप लगा है.
भारत के विदेश मंत्री एसएम कृष्णा ने कहा कि हम हमेशा से ऐसा कहते रहे हैं. मुझे खुशी है कि अमेरिका ने इसे समझा है. वह भी आईएसआई से पीड़ित है. कृष्णा अमेरिका की विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन से मुलाकात करेंगे. बैठक में दोनों द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे.
कृष्णा ने कहा कि यह ठीक है कि सीरिया और लीबिया जैसे मुद्दों पर हमारी राय अमेरिका से अलग है. लेकिन द्विपक्षीय संबंध बिल्कुल अलग तरह की शर्तों पर निर्भर करते हैं. उन्होंने कहा कि हमें प्रत्येक मुद्दे पर सहमत नहीं होना है.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता हेतु दावेदारी पर चीन जैसे देश के समर्थन के बारे में कृष्णा ने कहा कि यह एक ऐसा प्रश्न है जिसे लेकर भारत बहुत गंभीर है. उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की पुनर्संरचना एक दीर्घ और दुरूह काम होगा. कृष्णा ने कहा कि फिर भी भारत को विश्वास है कि वह सुरक्षा परिषद में अपना उचित स्थान हासिल करेगा.
(एजेंसी)
First Published: Sunday, September 25, 2011, 10:30