Last Updated: Thursday, April 25, 2013, 16:25

वाशिंगटन : अमेरिकी कांग्रेस की प्रतिनिधि सभा के 28 प्रभावशाली सांसदों ने कांग्रेस के पहले सिख-अमेरिकी समूह का गठन किया है जिसका उद्देश्य सिख समुदाय के खिलाफ घृणा संबंधी हिंसा को रोकना और उन्हें सेना में भर्ती कराने की दिशा में काम करना है।
इस पहले सिख-अमेरिकी समूह का कल यहां कैपिटल हिल में औपचारिक रूप से उद्घाटन किया गया जिसकी सह-अध्यक्षता डेमोक्रेटिक पार्टी की सांसद जूडी चू और रिपब्लिकन सांसद डेविड जी वालादाओ ने की। इस कार्यक्रम में जाने माने सिख अमेरिकी नेताओं और देश भर के संगठनों ने हिस्सा लिया।
फ्लोरिडा से रिपब्लिकन सांसद इलियाना रोस-लेहतिनेन ने सिख अमेरिकी समूह के गठन की घोषणा करते हुए संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘सिख इसलिए कष्ट सह रहे हैं क्योंकि कई लोग उनके धर्म को नहीं समझते या उससे परिचित नहीं हैं। सिख-अमेरिकी डराने-धमकाने और घृणा संबंधी अपराध करने वालों के कारण प्रभावित हो रहे हैं।’
उन्होंने कहा कि यह समूह सिख धर्म के बारे में जागरकता पैदा करेगा। समूह सिखों को डराने धमकाने की घटनाओं और उनके साथ नस्ली भेदभाव को रोकने के अलावा कार्यस्थल पर उनकी धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा करने की वकालत करेगा। इलियाना ने कहा, ‘अब समय आ गया है कि हम अपने सिख भाइयों को अमेरिकी समाज के शांतिप्रिय और उत्पादक सदस्यों के तौर पर गले लगाएं।’
इस अवसर पर जूडी ने कहा कि यह समूह प्रतिनिधि सभा में अमेरिकी सिखों के लिए आवाज़ उठाएगा। उन्होंने कहा, ‘11 सितंबर 2011 को हुए हमले के बाद एक दशक से अधिक समय से अमेरिका में रह रहे सिख भेदभाव झेल रहे हैं। कुछ गुमराह लोग उन्हें आतंकी हमलों से जोड़कर देखते हैं और पूर्वाग्रह से ग्रस्त होकर उन्हें हिंसा का शिकार बनाते हैं।’ रिपब्लिकन पार्टी के सात सदस्य और डेमोक्रेटिक पार्टी के 21 सदस्य इस समूह में शामिल हैं।
वालादाओ ने भी कहा कि यह समूह अमेरिका में सिखों के विरूद्ध भेदभाव के खिलाफ आवाज़ उठाएगा। उन्होंने कहा कि कई और सांसद भी समूह का सदस्य बनने के इच्छुक हैं। कैलिफोर्निया के राजनीतिक कार्यकर्ता हरप्रीत सिंह संधू और अमेरिकी गुरद्वारा प्रबंधक समिति के प्रीतपाल सिंह ने इस समूह के गठन में अहम भूमिका निभाई है। संधू ने कहा, ‘सिख संबंधी मसलों को कांग्रेस में सीधे पहुंचाने का हमारा सपना साकार हो गया है।’ (एजेंसी)
First Published: Thursday, April 25, 2013, 16:25