Last Updated: Wednesday, July 31, 2013, 21:00

लॉस एंजिलिस : अमेरिका के कैलिफोर्निया में एक गुरूद्वारे में तोड़फोड़ और इसकी दीवारों पर ‘आतंकवादी’ लिखे जाने का मामला सामने आया है। विस्कोंसिन में ओक क्रीक गुरूद्वारे में हुई गोलीबारी के एक साल पूरे होने से चंद दिनों पहले नफरत की वजह से इस गुनाह को अंजाम दिया गया है।
सिख अमेरिकन लीगल डिफेंस एंड एजुकेशन फंड (सालडेफ) ने कहा, रिवरसाइड शहर के एक सिख गुरूद्वारे में 29 जुलाई की रात तोड़फोड़ की गयी और यह साफ तौर पर नफरत की वजह से अंजाम दिया गया गुनाह है । पूरे परिसर में ‘आतंकवादी’ शब्द लिख दिया गया है। ‘सालडेफ’ की ओर से बताया गया कि वह रिवरसाइड काउंटी के शेरिफ विभाग, रिवरसाइड पुलिस विभाग, एफबीआई और सीआरएस के न्याय विभाग के संपर्क में है और उनसे अनुरोध किया जा रहा है कि वे इस मामले को नफरत की वजह से अंजाम दिया गया अपराध मानते हुए इसकी जांच करें।
संगठन के कार्यकारी निदेशक जसजीत सिंह ने कहा कि एक पूजा स्थल पर नफरत की वजह से अंजाम दिए गए हमले को देखना काफी खौफनाक है। उन्होंने कहा कि एक साल पहले ही ओक क्रीक गुरूद्वारे पर हमले के दौरान कई लोगों की जान चली गयी थी जो काफी दुखद था।
पांच अगस्त 2012 को वेड माइकल पेज नाम के एक अमेरिकी सैनिक ने ओक क्रीक गुरूद्वारे में छह सिख श्रद्धालुओं को गोली मार कर मौत के घाट उतार दिया था। उन्होंने कहा, किसी भी देश के नागरिकों के पूजा स्थल पर हमले और तोड़-फोड़ की निंदा अमेरिकी लोगों द्वारा जरूर की जानी चाहिए। ऐसे हमले धार्मिक सहिष्णुता पर आक्रमण करते हैं। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, July 31, 2013, 19:03