अमेरिका में तुलसी गेबार्ड ने रचा इतिहास

अमेरिका में तुलसी गेबार्ड ने रचा इतिहास

अमेरिका में तुलसी गेबार्ड ने रचा इतिहासवाशिंगटन : हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव (प्रतिनिधि सभा) के लिए चुनी गईं तुलसी गेबार्ड पहली हिन्दू अमेरिकी बन गई हैं। उन्होंने रिपब्लिकन उम्मीदवार के. क्राउले को करारी शिकस्त देकर हवाई की सीट जीत ली।

31 वर्षीय तुलसी की जीत से हिन्दू अमेरिकी समुदाय में जश्न का माहौल है। वे पहली अमेरिकी महिला सैनिक हैं जो कांग्रेस सदस्य बनी हैं। जब 50 फीसद मतों की गिनती हुई थी तभी उन्हेंएक लाख 20 हजार वोटों की बढ़त मिलने की खबर थी। सुश्री तुलसी ने कहा कि हवाई में हिन्दू आबादी बहुत कम हैं। इसके बावजूद मुझे कभी भेदभाव का एहसास नहीं हुआ। चुनाव प्रचार के दौरान राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी उनकी प्रशंसा की थी।

कैथोलिक पिता और हिन्दू मां की बेटी तुलसी वर्तमान में हवाई आर्मी नेशनल गार्ड की कैप्टन हैं। जब वे छोटी थीं तभी उनका परिवार समोआ से हवाई आकर बस गया था। उनके पिता माइक गेबार्ड हवाई से सीनेटर हैं। जबकि उनकी मां कैरोल पोर्टर शिक्षाविद् और व्यवसायी हैं। सुश्री गेबार्ड भारतीय मूल की नहीं हैं, लेकिन वे हिन्दू धर्म का अनुसरण करती हैं और विशुद्ध शाकाहारी हैं। 21 साल की उम्र में हवाई विधानसभा के लिए निर्वाचित होने वाली वे सबसे कम उम्र की सदस्य थीं। 23 साल की उम्र में वे राज्य की पहली निर्वाचित अधिकारी थीं। 28 साल की उम्र में कुवैत आर्मी नेशनल गार्ड से अवार्ड पाने वाली पहली महिला थीं। (एजेंसी)

First Published: Thursday, November 8, 2012, 21:01

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