Last Updated: Tuesday, October 30, 2012, 14:42

न्यूयार्क: चक्रवाती तूफान सैंडी के कारण अमेरिका के दक्षिणी न्यूजर्सी और पूर्वी तटीय क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश और काफी तेज हवाओं ने कहर बरपा दिया है तथा कम से कम 13 लोग मारे गए हैं। भीषण तूफान के कारण कई इलाकों में पेड़ जड़ों से उखड़ गए, एक बिजली संयंत्र में विस्फोट हुआ और बिजली ठप है।
न्यूजर्सी में तूफान की रफ्तार 80 मील प्रतिघंटे थी। इस इलाके में बड़ी संख्या में भारतीय मूल के लोग रहते हैं। तटीय क्षेत्रों में अप्रत्याशित तौर पर 13 फुट तक की उंची लहरें उठी।
पिछले कुछ वषरें में पूर्वी तट सबसे भीषण तूफान की चपेट में आया है। शुरूआती घंटों में इस तूफान ने तटीय क्षेत्र के शहरों को अपनी जद में ले लिया।न्यूयार्क और न्यूजर्सी का बड़ा हिस्सा बाढ के पानी में डूब गया है। मैनहट्टन के पूर्वी भाग में एक सबस्टेशन में धमाका हुआ है जिससे 500,000 से ज्यादा लोग बिना बिजली के रह रहे हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि मैनहट्टन में कल रात विशाल नीले रंग का प्रकाश फैल गया। माना जा रहा है कि एडिसन स्टेशन पर शक्तिशाली विस्फोट के कारण ऐसा हुआ।
पेंसिलवेनिया में दो लोगों की मौत हो गयी और मेरीलैंड में भी एक महिला तूफान की चपेट में आ गयी। न्यूजर्सी में एक पेड़ गिर जाने से कार में सवार दो लोगों की जान चली गयी। न्यूयार्क सिटी में अब तक छह लोगों की मौत हो चुकी है। अन्य घटनाओं में दो की जान चली गयी। मृतकों की संख्या में और इजाफा होने की आशंका है। ग्राउंड जीरो भी बाढ के पानी से भर गया है। इसी जगह 9/11 का आतंकी हमला हुआ था। मैनह्टटन में कुछ भवनों के जमींदोज होने की जानकारी मिली है।
तूफान के कारण बिजली व्यवस्था ध्वस्त होने के बाद प्रशासन ने न्यूयार्क सिटी अस्पताल के करीब 200 मरीजों और कर्मचारियों को बाहर निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। नुकसान का अंदाजा लगाने वाली एक कंपनी ईक्यूईसीएटी के मुताबिक तूफान से 10-20 अरब डॉलर का आर्थिक नुकसान हो सकता है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, October 30, 2012, 08:58