Last Updated: Friday, December 30, 2011, 08:41
इस्लामाबाद : इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शुजा पासा की हाल में कतर की यात्रा से पाकिस्तान और अमेरिका के बीच खुफिया चैनल फिर से स्थापित होने की अटकलें तेज है। कतर में अमेरिकी केंद्रीय कमान का क्षेत्रीय मुख्यालय है।
समाचारपत्र डान के मुताबिक पाशा कतर से बुधवार को लौटे। उनकी इस यात्रा को प्रधानमंत्री यूसफ रजा गिलानी की मंजूरी थी। वैसे आमतौर पर आईएसआई प्रमुख की विदेश यात्रा की घोषणा आधिकारिक रूप से नहीं होती।
पश्चिम के एक राजनयिक सूत्र ने समाचार पत्र को बताया कि पाशा ने कतर प्रवास के दौरान अमेरिकी अधिकारियों से मुलाकात की। नाटो के हवाई हमले में 24 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत के मामले में अमेरिकी सेंट्रल कमांड की शुरुआती रिपोर्ट जारी होने के बाद पाशा की यह यात्रा हुई है। नाटो का यह हमला 26 नवंबर को हुआ था। इस हमले के कारण पाकिस्तान और अमेरिका के बीच संबंध रसातल में चले गए।
जांच रिपोर्ट पाकिस्तानी सेना अधिकारियों के साथ साझा करने के लिए सेंट्रल कमांड के प्रमुख जनरल जेम्स मैटिस ने शुरू में इस सप्ताह इस्लामाबाद यात्रा की योजना थी। डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान ने मौजूदा स्थिति में उनके स्वागत में स्वयं को असमर्थ बताने के बाद मैटिस ने अपनी यात्रा स्थगित कर दी थी। नाटो हमले के बाद पाकिस्तान में अमेरिका विरोधी भावनाएं उफान पर है। इस सप्ताह की शुरूआत में मीडिया से बातचीत में गिलानी ने स्वयं यह कहा था कि पाशा कतर जा रहे हैं। गिलानी अगले महीने दोहा की यात्रा पर जाने वाले हैं।
डॉन ने राजनयिक पर्यवेक्षकों के हवाले से कहा है कि पाकिस्तान और अमेरिका से ऐसे संकेत मिले हैं जिससे लगता है कि दोनों देशों के बीच संबंधों में सुधार हो सकते हैं।
(एजेंसी)
First Published: Friday, December 30, 2011, 14:11