Last Updated: Thursday, May 23, 2013, 20:19
वाशिंगटन : अमेरिकी बौद्धिक संपदा (आईपी) अधिकार की चोरी में इजाफा होने से उसे सालाना 300 अरब डालर का नुकसान हो रहा है। इस मामले में मुख्य आरोपी चीन है। एक अध्ययन में यह आरोप लगाया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि बौद्धिक संपदा की चोरी को रोकने के लिए उसी प्रकार के कड़े प्रतिबंध लगाए जाने चाहिए जैसे आतंकवाद और मादक पदाथरें की तस्करी रोकने के लिए लगाए जाते हैं।
अमेरिका के पूर्व उच्च अधिकारियों द्वारा यह अध्ययन 11 माह में किया गया है। इसमें कहा गया है कि अमेरिकी बौद्धिक संपदा की चोरी का आंकड़ा लगातार ऊपर जा रहा है। इसमें कहा गया है कि इससे अमेरिका की सभी आकार की कंपनियां प्रभावित हो रही हैं।
इस प्रकार की चोरी से अरबों डॉलर के राजस्व का नुकसान हो रहा है। वहीं इस तरह की खोज करने वाले लोगों और उससे जुड़ी नौकरियों का भी नुकसान हो रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इसका सबसे ज्यादा प्रभाव उद्यमियों पर पड़ रहा है। उनके लिए नवप्रवर्तन का कोई लाभ नहीं रह गया है। इससे नई खोज और उद्योग दोनों प्रभावित हो रहे हैं। (एजेंसी)
First Published: Thursday, May 23, 2013, 20:19