Last Updated: Monday, January 23, 2012, 10:04
काहिरा/ बेरूत : अरब लीग के विदेश मंत्रियों ने सीरियाई संकट के समाधान के अपने प्रयासों के तहत संयुक्त राष्ट्र से समर्थन मांगा है। साथ ही इन विदेश मंत्रियों ने अपने पर्यवेक्षण मिशन की अवधि 10 माह और बढ़ाने का निर्णय किया है।
अरब लीग के विदेश मंत्रियों की कल करीब पांच घंटे तक चली एक बैठक के बाद कतर के प्रधानमंत्री शेख हमद बिन जस्सीम अल थानी ने एक बयान में कहा कि हम संयुक्त राष्ट्र को मंजूरी के लिए अरब लीग के सभी प्रस्तावों के बारे में बताएंगे। उन्होंने कहा कि पर्यवेक्षण मिशन की चौतरफा आलोचना के बावजूद इसकी अवधि तथा इसके पर्यवेक्षकों की संख्या बढ़ाने का फैसला किया गया। इस मिशन को देश में चल रहे खूनखराबे को रोकने में नाकाम बताया जा रहा है।
लीग के महासचिव नबील अल अरबी ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र से समर्थन इसलिए मांगा गया है ताकि सीरियाई संकट के समाधान के लिए अरब लीग द्वारा की गई पहल को और अधिक बल मिल सके। इसके साथ ही लीग के बयान में राष्ट्रपति बशर अल असद से अपने सभी अधिकार उप राष्ट्रपति को सौंपने का आह्वान किया गया है ताकि दो माह के अंदर राष्ट्रीय एकता की सरकार का गठन किया जा सके।
उधर, सीरियाई राजधानी दमिश्क के उपनगरीय क्षेत्र में सीरियाई बलों और सेना के बागी सैनिकों के बीच संघर्ष भड़क उठा। यह संघर्ष ऐसे समय में भड़का है जब अरब लीग अपने अरब मिशन को एक महीने के लिए और बढ़ा दिया। हालांकि यह मिशन हिंसा को रोकने में अभी तक असफल रहा है। दोनों ही घटनाओं ने इस बात को दर्शाया कि राष्ट्रपति बशर असद के खिलाफ लोकप्रिय विरोध से शुरू हुआ विद्रोह अब सशस्त्र संघर्ष के रूप में परिवर्तित हो रहा है।
इस संघर्ष को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप हो सकता है जिससे अरब लीग बचने का प्रयास कर रहा है। 22 सदस्यीय अरब लीग संगठन के अधिकारियों ने बताया कि काहिरा में बैठक करने वाले अरब लीग के विदेश मंत्रियों ने मिशन को एक महीने के लिए और बढ़ा दिया। लीग ने इसके अलावा और पर्यवेक्षकों को शामिल करने के साथ ही उन्हें अतिरिक्त संसाधन मुहैया कराए जाएंगे।
(एजेंसी)
First Published: Monday, January 23, 2012, 16:18