Last Updated: Sunday, August 26, 2012, 21:07

इस्लामाबाद/लाहौर : प्रधानमंत्री राजा परवेज अशरफ सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में अवमानना के आरोपों का सामना करने के लिए पेश होंगे। हालांकि, सत्तारूढ़ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के कुछ नेता उनके अदालत में पेश होने का विरोध कर रहे हैं।
नाम न बताने की शर्त पर प्रधानमंत्री के एक करीबी सहायक ने रविवार को कहा, आम सहमति बन रही है कि प्रधानमंत्री सोमवार को अदालत में पेश होंगे। हालांकि, कुछ नेता इस तरह के कदम के बिल्कुल खिलाफ हैं।
सहायक ने कहा, कुछ नेता हैं जो महसूस करते हैं कि न्यायपालिका सारी हदों को पार कर गई है और प्रधानमंत्री के अदालत में उपस्थित होने से मौजूदा गतिरोध पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
शीर्ष अदालत ने राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के खिलाफ स्विट्जरलैंड में भ्रष्टाचार के आरोपों को दोबारा खोलने से इंकार करने के लिए अदालत की अवमानना के आरोप का सामना करने के लिए 27 अगस्त को अशरफ को अदालत में व्यक्तिगत तौर पर उपस्थित होने को कहा था।
अशरफ के पूर्ववर्ती यूसुफ रजा गिलानी को जरदारी के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों को दोबारा खोलने से इंकार करने पर शीर्ष अदालत ने उन्हें अवमानना के आरोप में दोषी ठहराया था। शीर्ष अदालत ने जून में उन्हें अयोग्य ठहराया था।
कानूनी विशेषज्ञों ने कहा है कि अशरफ का भी गिलानी जैसा हश्र हो सकता है।
अदालत में उपस्थित होने पर अशरफ के न्यायाधीशों से यह कहने की उम्मीद है कि उन्होंने कोई अवमानना नहीं की है क्योंकि पीपीपी ने जरदारी के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों को दोबारा खोलने के लिए स्विस अधिकारियों को पत्र नहीं लिखने का सैद्धांतिक रुख अपनाया है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, August 26, 2012, 21:07