Last Updated: Monday, April 8, 2013, 18:23

इस्ला नेगरा : चिली के नोबेल पुरस्कार विजेता कवि पाब्लो नेरूदा के मकबरे की खुदाई कर उनके अवशेष निकालने का काम शुरू कर दिया गया है। विशेषज्ञ इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि उनकी मौत वाकई कैंसर से हुई या उन्हें जहर दिया गया।
वामपंथी साहित्यकार की मौत देश में 1973 के सैन्य तख्तापलट के महज 12 दिनों बाद हो गई थी। तख्तापलट में सोशलिस्ट राष्ट्रपति सल्वादोर अलेंद को हटा कर जनरल अगस्तो पिनोचे ने सत्ता पर कब्जा जमा लिया था।
लंबे समय से यह माना जाता रहा है कि नेरूदा की मौत प्रोस्टेट कैंसर से हुई।
हालांकि 2011 में अधिकारियों ने इस संभावना की जांच करनी शुरू कर दी कि पिनोचे शासन के लोगों ने उन्हें जहर दे दिया। नेरूदा के चालक ने ऐसा दावा किया था। (एजेंसी)
First Published: Monday, April 8, 2013, 18:23