Last Updated: Thursday, June 21, 2012, 15:23
रियो डी जेनेरियो : इक्वाडोर फिलहाल इस बात का आंकलन कर रहा है कि विकीलीक्स के संस्थापक जुलियन असांजे द्वारा राजनीतिक शरण का आग्रह मौत की सजा के भय से है या वैचारिक उत्पीड़न के कारण है। यह बात संयुक्त राष्ट्र शिखर सम्मेलन के इतर इक्वाडोर के राष्ट्रपति ने कही ।
ऑस्ट्रेलियाई मूल के 40 वर्षीय असांजे मंगलवार को लंदन स्थित इक्वाडोर के दूतावास में पहुंचे और शरण देने की अपील की। ब्रिटेन के सुप्रीम कोर्ट द्वारा कथित यौन अपराधों को लेकर उनके स्वीडन प्रत्यर्पण पर अंतिम याचिका खारिज होने के बाद उन्होंने शरण देने की अपील की। असांजे ने कहा कि आरोप राजनीतिक रूप से प्रेरित हैं और स्वीडन उन्हें अमेरिका प्रत्यर्पित कर देगा जहां उन पर अमेरिका के कई गुप्त दस्तावेजों के विकीलीक्स पर खुलासे के लिए मुकदमा चलेगा।
राष्ट्रपति राफेल कोरिया ने कहा, ‘इक्वाडोर एक ऐसा देश है जो जीवन के अधिकार की रक्षा करता है। हमें देखना होगा कि जूलियन असांजे की जिंदगी को खतरा है या नहीं।’ उन्होंने कहा, ‘इक्वाडोर एक ऐसा देश है जो प्रक्रिया का पालन करता है। हमें आंकलन करना होगा कि उन्होंने प्रक्रिया का पालन किया अथवा नहीं। इक्वाडोर एक ऐसा देश है जो वैचारिक आधार पर अत्याचार को खारिज करता है।’
कोरिया ने कहा कि असांजे द्वारा शरण की अपील उन लोगों को बेहतरीन जवाब है जो कहते हैं कि इक्वाडोर में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं है। इक्वाडोर की वामपंथी सरकार ने विकीलीक्स पर अमेरिकी दस्तावेजों के खुलासे के बाद 2010 में उन्हें अपने देश में आवास की पेशकश की थी। कोरिया ने ‘अत्याचार पीड़ितों के क्लब’ में असांजे का स्वागत किया और असांजे ने इक्वाडोर के निजी मीडिया के साथ उनके कड़वे संबंधों में सहयोग की बात कहकर इसका प्रत्युत्तर दिया था। (एजेंसी)
First Published: Thursday, June 21, 2012, 15:23