‘आतंकवाद से अफगानिस्तान को बड़ा खतरा’ - Zee News हिंदी

‘आतंकवाद से अफगानिस्तान को बड़ा खतरा’



बॉन : पाकिस्तान की ओर परोक्ष इशारा करते हुए भारत ने सोमवार को कहा कि अफगान सीमा के बाहर से आने वाला आतंकवाद अफगानिस्तान के लिए बहुत बड़ा खतरा है और चेतावनी दी कि युद्ध प्रभावित यह देश अपने आतंरिक मामलों में हस्तक्षेप का शिकार हो सकता है।

 

सौ से अधिक देशों के सम्मेलन में विदेश मंत्री एसएम कृष्णा ने अफगानिस्तान के विकास के प्रति भारत के समर्थन पर बल दिया, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि वहां स्थायित्व एवं सुरक्षा सुनिश्चित करने की विश्व बिरादरी की कटिबद्धता वर्ष 2014 में वहां से अंतरराष्ट्रीय सैन्यबल के हटने के बाद खत्म नहीं हो जानी चाहिए। पाकिस्तान का नाम लिए बगैर कृष्णा ने कहा है कि अफगानिस्तान की सुरक्षा पर आतंकवाद और चरमपंथ से खतरा बना हुआ है और इन दोनों को सीमा पार से शह मिल रही है।

 

अफगानिस्तान से वर्ष 2014 में अंतरराष्ट्रीय सैन्य बलों की वापसी के प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि एक वास्तविक खतरा यह है कि (अफगानिस्तान पर विश्व बिरादरी का) ध्यान और सहायता घटेगी जबकि अफगान सरकार सुरक्षा वृद्धि की मांग करेगी। कृष्णा ने कहा कि इस बात की संभावना टालने की आवश्यकता है कि वर्ष 2014 के बाद के काल में अफगानिस्तान को यह लगे कि अंतरराष्ट्रीय सहायता की गुणवत्ता नहीं, तो कम से कम उसकी मात्रा की दृष्टि से उसे बीच में छोड़ दिया गया है।

 

कृष्णा ने कहा कि हमें अतीत की गलतियां नहीं दोहरानी चाहिए और अफगानिस्तान को पुरानी स्थिति में नहीं पहुंचने देना चाहिए। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि अफगानिस्तान के अंदरुनी मामलों में हस्तक्षेप न हो और उसकी सुरक्षा सुनिश्चित रहे। इस सम्मेलन का पाकिस्तान ने बहिष्कार किया है जबकि अमेरिकी विदेश मंत्री और ब्रिटिश विदेश मंत्री विलियम हेग समेत कई वैश्विक नेता भाग ले रहे हैं। कृष्णा ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय अफगानिस्तान इसलिए पहुंचा था क्योंकि वह कट्टरपंथी विचारधारा के नियंत्रण एवं विदेशी देशों के प्रभाव में था और अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद का पनाहगाह बन गया था।

 

उन्होंने कहा कि आतंकवाद क्षेत्र में चारों ओर फैला, पहले उसने भारत को शिकार बनाया और फिर दूसरे देशों को। फिर 11 सितंबर,2001 का भीषण आतंकी हमला हुआ। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बिरादरी ने तब फैसला किया कि यह नहीं चलेगा, कि कट्टरपंथ एवं आतंकवाद मानवजाति के लिए खतरा है और यह स्थिति बदलनी चाहिए।

(एजेंसी)

First Published: Monday, December 5, 2011, 20:46

comments powered by Disqus