Last Updated: Tuesday, June 5, 2012, 10:36
वाशिंगटन : हाल ही में आई कांग्रेस की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिकी अधिकारियों में यह धारणा बलवती हो रही है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई आतंकवादी समूहों को लगातार मदद कर रही है और वहां सुरक्षित पनाह लेने वाले अफगान उग्रवादी अपनी गतिविधियों को अंजाम दिए जा रहे हैं।
यह रिपोर्ट द्विदलीय ‘‘कांग्रेसनल रिसर्च सर्विस’’ (सीआरएस) ने तैयार की है। सीआरएस अमेरिकी कांग्रेस की एक स्वतंत्र शोध शाखा है। सीआरएस की रिपोर्ट्स सांसदों के लिए तैयार की जाती हैं और इन्हें सार्वजनिक नहीं किया जाता।
इस रिपोर्ट में कहा गया है अफगान उग्रवादी कमांडरों को कुछ रिपोर्ट्स में यह दावा करते बताया गया है कि 2011 के अंतिम महीनों में आईएसआई ने तालिबान को और अधिक हिंसा के लिए उकसाने की खातिर उसके साथ अपने सीधे संपर्क बढ़ाए थे।
यहां तक कि आईएसआई उन्हें पाकिस्तान में बने शक्तिशाली विस्फोटक भी मुहैया करा रही थी। इस रिपोर्ट के मुताबिक, तालिबान और अलकायदा के पकड़े गए आतंकियों से पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर नाटो ने एक अलग गोपनीय रिपोर्ट तैयार की थी, जो जनवरी 2012 में लीक हो गई थी। नाटो की इस रिपोर्ट में साफ संकेत दिया गया था कि अफगान उग्रवादियों को आईएसआई से लगातार मदद मिल रही है।
इस रिपोर्ट में कहा गया है पाकिस्तान आज भी तालिबान के वरिष्ठ नेतृत्व के संपर्क में है और वरिष्ठ तालिबानी नेताओं का आईएसआई के लोगों से मिलना नियमित रूप से जारी है। आईएसआई के लोग उन्हें रणनीति के संबंध में सलाह देते हैं और पाकिस्तानी सरकार के उचित सरोकारों का ख्याल रखते हैं। बहरहाल, नाटो अधिकारियों ने इस रिपोर्ट को अधिक महत्व नहीं दिया और पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने इसकी सामग्री को नया कुछ भी नहीं कहकर खारिज कर दिया।
सीआरएस के अनुसार, आईएसआई भारत विरोधी आतंकी समूहों के साथ लगातार जुड़ी रही है। इन समूहों में 26 नवंबर को मुंबई में हुए हमलों के लिए जिम्मेदार लश्कर-ए-तैयबा भी शामिल है। इन हमलों में कुल 166 लोग मारे गए थे, जिनमें कुछ अमेरिकी भी शामिल थे।
पाकिस्तानी अधिकारी नियमित रूप से यह आश्वासन देते रहे हैं कि आईएसआई का कोई भी सदस्य चरमपंथियों या उग्रवादियों के साथ सहयोग नहीं कर रहा है। सीआरएस के अनुसार, लेकिन कई स्वतंत्र पर्यवेक्षकों का कहना है कि पाकिस्तानी सुरक्षा सेवाओं में इस्लामी चरमपंथियों की पहुंच बढ़ी है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, June 5, 2012, 10:36