आतंकी गुटों की धमकी की अमेरिका ने की निंदा

आतंकी गुटों की धमकी की अमेरिका ने की निंदा

आतंकी गुटों की धमकी की अमेरिका ने की निंदावॉशिंगटन : पाकिस्तान में 11 मई को होने जा रहे आम चुनावों में बाधा पहुंचाने की आतंकवादी गुटों की धमकियों की निंदा करते हुए अमेरिका ने उम्मीद जताई है कि इस्लामी देश में स्वतंत्र और निष्पक्ष माहौल में लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता पैट्रिक वेन्ट्रेल ने यहां संवाददाताओं से कहा कि अमेरिका पाकिस्तान में हिंसा की निंदा करता है जिसका लक्ष्य चुनाव प्रचार कर रहे राजनीतिज्ञों और उनके समर्थकों को बनाया जा रहा है। हम उग्रवादी गुटों के हालिया बयानों की निंदा करते हैं, जिसमें उन्होंने पाकिस्तान की लोकतांत्रिक प्रक्रिया को बाधित करने का अपना इरादा जाहिर किया है। वेन्ट्रेल ने पाकिस्तानी नागरिकों के प्रति समर्थन जाहिर किया जो अपने प्रतिनिधि चुनने के लिए चुनाव में भाग ले रहे हैं।

उन्होंने कहा कि अपने प्रतिनिधियों का चयन करने के लिए चुनाव में पाकिस्तानी जनता की भागीदारी के अधिकार और एक शांतिपूर्ण, समृद्ध तथा लोकतांत्रिक देश के लिए उनकी महत्वाकांक्षा पूरी करने की उनकी ही क्षमता के प्रति हम अपना समर्थन जाहिर करते हैं। वेन्ट्रेल ने कहा कि यूरोपीय संघ के साझीदारों के साथ समन्वय कर अमेरिका चुनावों के पर्यवेक्षण प्रयासों में भाग लेने की योजना बना रहा है।

एक सवाल के जवाब में वेन्ट्रेल ने कहा ‘चुनाव प्रक्रिया निष्पक्ष और पारदर्शी हो। इसमें सहयोग के लिए हम विदेश मंत्रालय के साथ काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि लेकिन यह वैसा ही है जैसा चलन दुनिया के हर उस देश में है, जहां लोकतांत्रिक देश स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों में सहयोग के लिए पर्यवेक्षकों को बुलाते हैं। वेन्ट्रेल के मुताबिक, विदेश मंत्रालय ने व्हाइट हाउस के इस नजरिये को भी दोहराया कि वह चुनाव प्रक्रिया को आगे बढ़ाने तथा नयी निर्वाचित सरकार के साथ बातचीत के लिए उत्सुक है।

उन्होंने कहा कि अमेरिका चाहता है कि पाकिस्तान में स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव हों, वह भी इसके लिए निर्धारित 11 तारीख को। ये चुनाव एक महत्वपूर्ण लोकतांत्रिक बदलाव के गवाह होंगे, एक ऐतिहासिक घटनाक्रम जिस पर पाकिस्तान के लोग गर्व कर सकते हैं। वेन्ट्रेल ने कहा कि अमेरिका को अगली निर्वाचित सरकार के साथ बातचीत करने की उम्मीद है।

उन्होंने कहा कि हम किसी खास राजनीतिक दल या उम्मीदवार का समर्थन नहीं करते और लोकतांत्रिक तरीके से निर्वाचित अगली सरकार के साथ बातचीत के लिए उत्सुक हैं। (एजेंसी)

First Published: Friday, May 10, 2013, 09:46

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