Last Updated: Wednesday, February 8, 2012, 10:09
वाशिंगटन : भारत-अमेरिका असैन्य परमाणु करार को लेकर ओबामा प्रशासन पर बहुत कम प्रगति करने का आरोप लगाते हुए एक वरिष्ठ रिपब्लिकन सीनेटर ने कहा कि परमाणु जवाबदेही विधेयक बुनियादी तौर पर असंगत है।
सीनेटर रिचर्ड लुगर ने भारत में अमेरिकी राजदूत की जिम्मेदारी संभाल रहीं नैंसी पावेल की सुनवाई के दौरान कल कहा कि यह करार अमेरिका-भारत रिश्तों में व्यापक रणनीतिक प्रगति के लिए महत्वपूर्ण है। लेकिन भारत के साथ परमाणु व्यापार के सीमित संदर्भ में कोई महत्वपूर्ण परिणाम नहीं मिला है।
उन्होंने कहा कि यह बात बड़े स्तर पर परमाणु क्षतिपूर्ति जवाबदेही विधेयक के भारतीय संसद में पारित होने से सामने आती है। करार को कांग्रेस में पारित कराने में अहम भूमिका निभाने वाले लुगर ने कहा कि इस विधेयक ने अमेरिका के भारत के साथ परमाणु व्यापार पर तीन दशक से लगी रोक हटा दी और सुपरकंप्यूटर तथा फाइबर ऑप्टिक्स जैसे अन्य उच्च तकनीक वाली चीजों के व्यापार के दरवाजे खोल दिए। लुगर ने कहा कि यह विधेयक भारत के बढ़ते परमाणु उर्जा क्षेत्र में भूमिका अदा करने के अमेरिकी परमाणु उद्योग के प्रयासों को बाधित कर सकता है।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 8, 2012, 15:39