Last Updated: Wednesday, April 4, 2012, 14:47
बगदाद : ईरान के विदेश मंत्री ने कहा है कि उसके परमाणु कार्यक्रम के मुद्दे पर विश्व ताकतों से बातचीत के लिए इस्तांबुल स्वीकार्य जगह रहेगी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगले हफ्ते होने वाली इस वार्ता के आयोजन के लिए अन्य स्थल के रूप में उसने इराक या चीन के नाम का भी प्रस्ताव किया है।
वैकल्पिक स्थलों के सुझाव से 13 अप्रैल को होने वाली वार्ता में जटिलता की संभावना बढ़ सकती हैं। यह वार्ता ईरान तथा संरा सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्यों और जर्मनी के बीच होनी हैं। इसमें ईरान के नेताओं द्वारा वार्ता को बाधित करने के आरोप भी लगाये जा सकते हैं।
ईरान के विदेश मंत्री अली अकबर सालेही ने कहा कि इस्तांबुल वार्ता स्थल के रूप में ईरान की पहली पसंद होगा। अमेरिका तथा अन्य पक्षों ने सार्वजनिक तौर पर इसका वार्ता के स्थल के रूप में जिक्र किया है।
लेकिन सालेही ने इस संभावना को भी खुला रखा है कि बातचीत किसी अन्य स्थल पर भी स्थानांतरित की जा सकती है। उन्होंने कहा कि बातचीत का विषय उसके स्थल या समय से ज्यादा महत्वपूर्ण होगा।
इराक के विदेश मंत्रालय की वेबसाइट पर कल जारी किए गए एक बयान के अनुसार ईरान के एक प्रतिनिधिमंडल ने इराक से जाहिर की गई इच्छा में कहा कि ईरान के परमाणु मसले पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् के पांच स्थायी सदस्यों समेत जर्मनी की बैठक बगदाद में आयोजित हो।
अमेरिका की विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने पिछले हफ्ते ही यह घोषणा की थी कि यह वार्ता 13 और 14 अप्रैल को इस्तांबुल में होगी। हालांकि यूरोपीय संघ के राजनयिकों का कहना है कि वार्ता स्थल पर फैसला अभी विचाराधीन है। उधर रूस ने सोमवार को कहा, बैठक की तारिख और जगह अभी निश्चित तौर पर तय नहीं है।
First Published: Wednesday, April 4, 2012, 20:17