इलाज के लिए जरदारी जा सकते हैं लंदन - Zee News हिंदी

इलाज के लिए जरदारी जा सकते हैं लंदन



दुबई/ इस्लामाबाद : पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी हृदय संबंधी बीमारी के इलाज के लिए दुबई से लंदन जा सकते हैं, जिससे उनके स्वदेश जल्द लौटने की उम्मीद नहीं है।

 

अखबार गल्फ न्यूज ने बताया कि जरदारी को अभी कुछ और दिन दुबई में निगरानी में रखा जायेगा और इसमें दो हफ्ते से अधिक समय लग सकता है। उधर इस्लामाबाद में मीडिया की खबरों में कहा गया है कि पाकिस्तानी राष्ट्रपति के आगे इलाज के लिये लंदन जाने की संभावना है। पाकिस्तान के दैनिक ‘द न्यूज’ के अनुसार 56 वर्षीय जरदारी को ‘हल्का’ दिल का दौरा पड़ा, जिससे उनके मस्तिष्क में रक्तस्राव और चेहरे पर पक्षाघात हुआ । इस कारण उन्हें दुबई ले जाया गया।

 

दैनिक ने सूत्रों के हवाले से कहा कि राष्ट्रपति की हालत स्थिर है और वह खतरे से बाहर हैं। इन खबरों के बावजूद इन अटकलों में कमी नहीं आयी है कि उन्होंने किसी तरह के सुरक्षित निकास करार के तहत पाकिस्तान छोड़ा क्योंकि उन्हें सैन्य तख्तापलट का डर था। बताया जाता है कि सेना कई मुद्दों के कारण उनसे नाराज थी जिसमें संभावित सैन्य तख्तापलट को टालने के लिये मदद की मांग वाला अमेरिका को सौंपा गया एक गोपनीय ज्ञापन का मुद्दा शामिल है । ‘द न्यूज’ के मुताबिक  सामान्य जीवन फिर से शुरू करने के लिये उन्हें कुछ इलाज की जरूरत है, जिसमें बोलने की समस्या ठीक करना शामिल है। अखबार ने कहा कि जरदारी दिल का दौरा पडने के कारण मंगलवार को ‘‘राष्ट्रपति भवन में गिर गए थे।’

 

गल्फ न्यूज ने बताया कि जरदारी को दुबई के अमेरिकन हास्पिटल में भर्ती कराया गया है और तीसरे दिन भी उनके चिकित्सकीय परीक्षण हुए। राष्ट्रपति भवन के प्रवक्ता फरहतुल्ला बाबर ने कहा, ‘उनकी हालात स्थिर है वे ठीक हैं।’ गल्फ न्यूज के अनुसार पाकिस्तानी दूतावास के अधिकारी यह नहीं बता पाये कि राष्ट्रपति कब स्वदेश लौटेंगे। उन्होंने कोई टिप्पणी करने से इंकार कर दिया।

 
राष्ट्रपति के एक सहायक ने बताया, ‘इसमें दो दिन भी लग सकते हैं अथवा दो हफ्ते से अधिक समय भी लग सकता है । यह निर्भर करता है कि डाक्टर क्या सलाह देते हैं। वह अस्पताल से छुट्टी मिलने पर घर में चिकित्सकों की निगरानी में आराम कर सकते हैं लेकिन हम चाहते हैं कि वे यहां रहें क्योंकि उन्हें आराम की जरूरत है।’ गल्फ न्यूज ने एक अधिकारी के हवाले से कहा कि ‘मेमोगेट’ कांड और नेशनल रिकन्सलियेशन आर्डर पर प्रत्याशित फैसले तथा ओसामा बिन लादेन के मारे जाने की जांच कर रहे ऐबटाबाद आयोग की रिपोर्ट जारी होने के मद्देजर जरदारी के इस माह के अंत तक पाकिस्तान लौटने की उम्मीद नहीं है। इसबीच जरदारी के बेटे बिलावल भुट्टो जरदारी ने पिता के इलाज को देखते हुए सत्तारूढ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) में अपनी भूमिका बढ़ा दी है। बिलावल को कल राष्ट्रीय सुरक्षा पर संसदीय समिति के अध्यक्ष रजा रब्बानी ने जानकारी दी। इससे एक दिन पहले बिलावल ने पीपीपी के शीर्ष नेतृत्व की बैठक में प्रधानमंत्री युसूफ रजा गिलानी के साथ संयुक्त अध्यक्षता की।

 
मीडिया की खबरों में कहा गया है कि 23 वर्षीय बिलावल ने पीपीपी के क्रियाकलाप में भूमिका निभानी शुरू कर दी है और राष्ट्रपति भवन में उनका एक कार्यालय होगा। इस घटनाक्रम पर कोई अधिकृत टिप्पणी नहीं आई है। (एजेंसी)

First Published: Friday, December 9, 2011, 16:38

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