Last Updated: Friday, December 23, 2011, 11:07
तेहरान : ईरान की नौसेना 24 दिसंबर से हरमुज जलसंधि में 10 दिवसीय युद्धाभ्यास की शुरुआत करने जा रही है। ईरान के राष्ट्रीय टेलीविजन ने नौसेना के कमांडर हबीबउल्लाह सयारी के हवाले से बताया कि यह युद्धाभ्यास ईरान की नौसेना का अब तक का सबसे बडा युद्धाभ्यास है और इसे हरमुज की जलसंधि से लेकर अदन की खाडी के बीच में अंजाम दिया जाएगा।
ईरानी नौसेना ने इस युद्धाभ्यास को विलायत-90 का नाम दिया है। सयारी ने कहा कि इस युद्धाभ्यास का मकसद बाकी दुनिया को हमारे सैन्य बलों की ढृढ़ता और आक्रामक क्षमता से परिचित कराना है। सयारी ने कहा कि इसके जरिए ईरान हरमुज जलसंधि, ओमान सागर और हिंद महासागर में शांति और मैत्री का संदेश भी देना चाहता है। उल्लेखनीय है कि ईरान अपनी सैन्य क्षमताओं का परिचय देने और हथियारों का परीक्षण करने के लिए समय-समय पर युद्धाभ्यास करता रहता है।
मालूम हो कि ईरान के प्रति अमेरिका और इजरायल की नजर हमेशा टेढ़ी रही है। इसलिए इन इन दोनों देशों के संभावित हमले से बचने के लिए ईरान युद्धाभ्यासों के जरिए अपनी सेना को चाकचौबंद रखता है।
(एजेंसी)
First Published: Friday, December 23, 2011, 16:37