Last Updated: Wednesday, February 8, 2012, 04:42
वाशिंगटन : अमेरिकी पाबंदी को दरकिनार करते हुए ईरान से तेल आयात करने के भारत के निर्णय पर सांसदों द्वारा सवाल उठाए जाने के बीच भारत में कार्यवाहक अमेरिकी राजदूत नैंसी पॉवेल ने भारत की बढ़ती ऊर्जा जरूरतों को देखते हुए उसकी मजबूरियों को माना है।
पॉवेल ने आश्वस्त किया कि जब वह नई दिल्ली में अमेरिकी राजदूत के तौर पर सेवाएं देंगी तो ईरान पर पाबंदियों को प्रभाव में लाना उनकी शीर्ष प्राथमिकताओं में रहेगा।
सीनेटर रॉर्बट मेनेनडेज ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा था कि भारत प्रतिबंध को तोड़ रहा है। उस पर प्रतिक्रिया देते हुए पॉवेल ने बयान दिया कि अगर राजदूत के तौर पर मुझे मंजूरी मिलती है मैं समझ सकती हूं और इस मुद्दे की अहमियत मानती हूं। मेरे कार्यकाल के दौरान इससे बहुत गंभीरता तथा त्वरित तरीके से निपटा जाएगा।
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि कभी कभी आपके साथ कुछ मत भिन्नता होती है लेकिन भारत हमारे साथ ईरान को एक गैर परमाणु राष्ट्र के तौर पर देखना चाहता है। भारत ने चार बार हमें आईएईए में समर्थन दिया है। हमलोग लगातार अमेरिकी सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बहुत महत्वपूर्ण वार्ता कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह इस बातचीत में शामिल होना चाहती हैं। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 8, 2012, 10:13