Last Updated: Thursday, May 17, 2012, 09:54
वाशिंगटन: ओबामा प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि भारत ने ईरान पर तेल निर्भरता कम करने की दिशा में महत्वपूर्ण पहल की है।
अमेरिका के दक्षिण और मध्य एशिया मामलों के सहायक विदेश मंत्री राबर्ट ब्लैक ने कांग्रेस में सुनवाई के दौरान कहा, ‘ ईरान पर तेल निर्भरता कम करने की दिशा में भारत की ओर से प्रगति हुई है।’ अमेरिकी कांग्रेस के एक सदस्य के प्रश्न के जवाब में ब्लैक ने कहा कि भारत ने इस दिशा में प्रगति की है। हालांकि यह अमेरिकी दबाव के कारण नहीं है बल्कि वित्तीय और व्यापारिक विषयों को ध्यान में रखते हुए किया गया है।
उन्होंने कहा कि ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध के कारण देशों के लिए ईरान के साथ कारोबार करना कठिन हो गया है। इसलिए कई कंपनियां बाजार को ध्यान में रखते हुए ईरान से निकल गई है।
ब्लैक ने कहा कि इसीलिए ईरान से भारत के तेल आयात में कमी आई है और अमेरिका इसका स्वागत करता है। अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन की हाल की भारत यात्रा का उल्लेख करते हुए ब्लैक ने कहा कि हिलेरी ने स्वयं इस दिशा में प्रगति का स्वागत किया है कि भारत ने ईरान के तेल पर निर्भरता कम की है।
उन्होंने कहा कि अपनी भारत यात्रा के दौरान हिलेरी ने कहा था कि भारत और अमेरिका का ईरान के संदर्भ में समान लक्ष्य ईरान को परमाणु हथियार हासिल करने से रोकना है।
उन्होंने कहा, ‘‘ हम भारत से इस दिशा में आगे बढ़ने और ईरान से तेल के आयात में कमी लाना जारी रखने की अपील करना जारी रखेंगे।’’ ब्लैक पश्चिम और दक्षिण एशिया पर सदन की विदेश मामलों की उप समिति की बैठक के दौरान प्रश्नों का उत्तर दे रहे थे। एक प्रश्न के उत्तर में ब्लैक ने कहा कि अमेरिका की ओर से भारत को उर्जा के वैकल्पिक स्रोत की पहचान करने में मदद की जा रही है।
भारत के मामले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उनका सउदी अरब से तेल मंगाने के बारे में दीर्घावधि नीति है और हाल ही में इराक भी तेल के एक स्रोत के रूप में उभरा है।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, May 17, 2012, 15:33