ईरानी हत्याओं के पीछे इजरायली जासूस

ईरानी हत्याओं के पीछे इजरायली जासूस

वाशिंगटन : इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को बाधित करने के मकसद से चलाए गए एक अभियान के तहत अपने कुछ हत्यारों को पड़ोसी देश भेजा था। एक नई किताब में यह दावा किया गया है।

‘स्पाइज अगेंस्ट आर्मागेडोन : इनसाइड इजरायलियंस सीकेट्र वार्स’ नामक यह किताब आज प्रकाशित होने जा रही है। इस किताब में दावा किया गया है कि इजरायली खुफिया एजेंसी के दस्ते ने कम से कम चार ईरानी परमाणु वैज्ञानिकों की हत्या की। वैज्ञानिकों को भयभीत करने के लिए उनका बाइकों पर पीछा किया गया। मोसाद के खुफिया दस्तों द्वारा बाइकों पर दुश्मन का पीछा करने की तकनीक का काफी इस्तेमाल किया जाता रहा है।

किताब के लेखकों डेन रेविव और योसी मेलमैन ने किताब में लिखा है कि मोसाद के एजेंट ‘किसी भी तेज गति के दौरान वाहन से गोली चलाने और बेहद सटीक तरीके से चिपकने वाले बम लगाने में माहिर हैं।’ ईरान के प्रधानमंत्री महमूद अहमदीनेजाद ने इजरायल को दुनिया के नक्शे से मिटाने की धमकी दी थी और इसी के मद्देनजर इजरायली खुफिया एजेंसी ने उसे परमाणु हथियार बनाने से रोकने के लिए गहरे तक मार करने की खातिर अपने एजेंटों को वहां भेजा था। अमेरिका और इस्राइल तेहरान पर परमाणु हथियार बनाने के प्रयास करने का आरोप लगाते आ रहे हैं जिससे ईरान साफ इंकार करता है। (एजेंसी)

First Published: Monday, July 9, 2012, 10:14

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