Last Updated: Saturday, September 22, 2012, 17:39

लंदन : ऐतिहासिक विशेषज्ञों ने हाल ही में खोजे गए उस प्राचीन भोजपत्र के दावों को खारिज किया है जिसमें कहा गया है कि ईसा मसीह ने मैरी मगदालीन से शादी की थी। विशेषज्ञों ने भोजपत्र के दावों को ‘संदिग्ध’ एवं ‘जाली’ करार दिया है।
इस प्राचीन भोजपत्र ने दुनियाभर का ध्यान अपनी तरफ खींचा है। इस भोजपत्र में मिस्रकालीन गूढ़ लिपि
में एक संदर्भ है, उसके अनुसार ईसा मसीह अपने शिष्यों से बातचीत करते हुए मगदालीन को ‘अपनी पत्नी’ के रूप में पेश करते हैं।
आठ सेंटीमीटर लम्बा और चार सेंटीमीटर चौड़ा यह भोजपत्र शताब्दियों के चर्च के सिद्धांत को कमजोर करने वाली ईसाई समुदाय में अंतर्निहित उस विचारधारा का समर्थन करता है जो यह मानती है कि ईसा मसीह ने ब्रह्मचर्य का पालन नहीं किया था।
वहीं, ऐतिहासिक विशेषज्ञों ने भोजपत्र के दावों का खंडन किया है।
समाचार पत्र ‘डेली मेल’ के मुताबिक हैम्बर्ग विश्वविद्यालय में भोजपत्रों विशेषज्ञ एलिन सूसिउ ने कहा, ‘मैं इसे जाली कहूंगा। यह भोजपत्र प्रामाणिक मालूम नहीं पड़ता।’
गूढ़ एवं कूट-भाषा के जानकार वुल्फ-पीटर फंक ने कहा है कि इस भोजपत्र की जांच नहीं की जा सकती क्योंकि इसका कोई संदर्भ नहीं है। फंक ने इस भोजपत्र को ‘संदेहास्पद’ बता खारिज कर दिया। (एजेंसी)
First Published: Saturday, September 22, 2012, 17:38