एजाज का नाम अब जालससाजी में - Zee News हिंदी

एजाज का नाम अब जालससाजी में

इस्लामाबाद : मेमोगेट कांड से पाकिस्तान की राजनीति में तहलका मचाने वाले कारोबारी मंसूर एजाज पर एक यूरोपीय बैंक ने उससे लिए गए ऋण को समय पर चुकता नहीं करने का आरोप लगाया है। इससे ऐजाज द्वारा किए गए मेमोगेट कांड के खुलासे में की जा रही जांच पर असर पड़ सकता है।

 

दैनिक टाइम्स ने अदालत के दस्तावेजों के हवाले से कहा था कि सान मरीनो के बेंका सम्मानिरेस डि इन्वेस्टमेन्टो (बीएसआई) ने एजाज द्वारा लिए गए ऋण की वसूली के लिए एक मुकदमा दायर किया था जिसके बाद 25 सितम्बर 2010 को न्यूयॉर्क राज्य की सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश चार्ल्स ए रामोस ने एजाज के खिलाफ एक फैसला सुनाया। इससे पहले पिछले माह एजाज का नाम एक म्यूजिक वीडिया में उछला था जिसमें उसे कुश्ती के एक मैच में कमेंट्री करते दिखाया गया था। वीडियो में दो नग्न महिलाएं दिखाई गई थीं।

 

दैनिक ने कहा कि एजाज ने मेमो के बारे में विवादास्पद दावे किए हैं और वह कोई ईमेल अथवा ब्लेकबेरी संदेश पेश नहीं कर पाए जो किसी पाकिस्तानी अधिकारी को मेमो कांड से प्रत्यक्ष रूप से जोड़ते।  कानूनी विशेषज्ञों को कहना है कि इससे एजाज की विश्वसनीयता पर सवाल उठता है कि क्या उन्होंने जिस मेमोगेट का खुलासा किया उसमें सचाई है । न्यूयॉर्क की अदालत में बीएसआई ने कहा कि उसने एजाज और उनकी कम्पनियों द एजाज ग्रुप इंक तथा एक्वेरियस के पक्ष में 2007 और 2008 में ऋण दिया था। (एजेंसी)

First Published: Saturday, February 18, 2012, 20:14

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