ओबामा को एक्सरे की घातक किरणों से थी मारने की साजिश

ओबामा को एक्सरे की घातक किरणों से थी मारने की साजिश

ओबामा को एक्सरे की घातक किरणों से थी मारने की साजिशज़ी मीडिया ब्‍यूरो

वाशिंगटन : अमेरिका की जांच एजेंसी फेडरल ब्‍यूरो ऑफ इनवेस्‍टीगेशन (एफबीआई) ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को एक्सरे किरणों से मारने की साजिश को विफल कर दिया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक एक्सरे रेज का ऐसा सिस्टम विकसित किया गया था, जिससे घातक किरणें छोड़ी जा सके। रिमोट के जरिए इन किरणों को दागने की तैयारी थी।

इस प्रणाली के जरिए ओबामा की हत्या की साजिश रची गई थी। एफबीआई के मुताबिक ग्लैन्डेन स्कोट क्रॉफोर्ड और एरिक जे.फ्राइड ने ओबामा की हत्या के लिए नरसंहारक हथियार तैयार किया था। दोनों का कहना है कि बोस्टन हमले के लिए ओबामा जिम्मेदार हैं।

क्रॉफोर्ड ने बोस्टन हमले के लिए ओबामा की नीतियों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि अमेरिका के राष्‍ट्रपति ने सरकार को निर्देश दिया था कि बिना जांच के मुस्लिमों को अमेरिका में लाया जाए। एफबीआई ने कहा है कि क्रॉफोर्ड कू क्लूक्स क्लेन का सदस्य है। उसने अपने हथियार का नाम `हिरोशिमा ऑन ए लाइट स्वीच` रखा था। एफबीआई ने पिछले बसंत में क्रॉफोर्ड के खिलाफ जांच शुरू की थी। उस वक्त क्रॉफोर्ड यहूदी उपासनागृह में गया था और ऐसी तकनीक के बारे में पता लगाया था जिससे सोते हुए इजरायली दुश्मनों को मार दिया जाए लेकिन उनकी यह योजना उस वक्त असफल हो गई जब क्रॉफोर्ड और एरिक डिवाइस के अंतिम कंपोनेंट को जोड़ने के लिए जीई कंपनी के ऑफिस गए।

एफबीआई ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। जीई पावर एंड वाटर कंपनी के कम्यूनिकेशन निदेशक जिम हैली ने कहा है कि इस बात पर विश्वास करने की कोई वजह नहीं है कि अपराध कंपनी दायरे में हुआ था। हम जांच में एजेंसी का पूरा सहयोग कर रहे हैं।

First Published: Thursday, June 20, 2013, 19:49

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