Last Updated: Saturday, November 3, 2012, 00:29

वाशिंगटन : अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में कुछ दिन शेष हैं और इस पद के दावेदार वर्तमान राष्ट्रपति बराक ओबामा और उनके रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी मिट रोमनी ने खुद को बदलाव का दूत कहना शुरू कर दिया है। दोनों ने अपने प्रतिद्वंद्वियों पर आरोप लगाया है कि उनकी नीतियां उन बदलावों का प्रतिनिधित्व नहीं करती जिनकी आकांक्षाएं अमेरिकी कर रहे हैं।
सीएनएन की ओर से प्रकाशित लेख में 65 वर्षीय रोमनी ने कहा, ‘मैं वास्तविक बदलाव और एक असली विकल्प पेश कर रहा हूं।’ वहीं 51 वर्षीय ओबामा ने भी शुक्रवार सुबह एक लेख में कहा, ‘हमें पता है कि वास्तविक बदलाव किस तरह होता है। और हम अब इसे छोड़ नहीं सकते।’
ओबामा ने लिखा,‘इस प्रचार अभियान के आखिरी हफ्तों में गवर्नर रोमनी ने खुद को बदलाव का एजेंट कहना शुरू कर दिया है। और मैं उन्हें यह कहना चाहता हूं कि आपने पेशकश की है। अमीर लोगों के लिए फिर पांच खरब डॉलर की कर कटौती, दो खरब डॉलर के रक्षा खर्च जिसकी मांग हमारी सेना ने नहीं की है और बड़े बैंकों एवं बीमा कंपनियों के लिए अधिक शक्तियां ही बदलाव है। लेकिन ये वे बदलाव नहीं हैं जिनकी हमें जरूरत है।’
उन्होंने कहा कि अमेरिका में ऐसे बदलाव चाहिए जहां सभी उम्र के लोगों में वे कौशल हों, जिनकी जरूरत अच्छी नौकरियों के लिए होती है। अमेरिका में ऐसे बदलाव चाहिए है जो निर्माण और नवीनता की नई पीढ़ी को मौका दे सके है।
उन्होंने कहा,‘मैं वैसा उम्मीदवार नहीं जो यह कहे कि हमें डेट्रायट को दिवालिया होने देना चाहिए, बल्कि मैं वह राष्ट्रपति हूं जो अमेरिकी कामगारों और अमेरिकी प्रवीणता की बात करता हूं।’
गौरतलब है कि अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव छह नवंबर को होने हैं और राजनैतिक विश्लेषकों के अनुसार ओबामा और रोमनी के बीच कांटे का मुकाबला होने वाला है।
ओबामा ने अपने लेख में कहा, ‘अमेरिका में वैसे बदलाव चाहिए जिनसे एक दशक के युद्ध से आगे बढ़ कर राष्ट्रनिर्माण का काम हो सके। इसलिए जबतक मैं कमांडर-इन-चीफ रहूंगा, हम विश्व की सबसे मजबूत सेना के साथ अपने दुश्मनों का मुकाबला करेंगे। लेकिन यह इराक और अफगानिस्तान के युद्ध से की गई बचत को अपना कर्ज चुकाने एवं अमेरिका के पुननिर्माण में इस्तेमाल करने का वक्त है।’
उधर, रोमनी ने अपने लेख में कहा, ‘हमने देखा कि एक पार्टी ने दूसरे के साथ समझौता किए बगैर अपने एजेंडा को आगे बढ़ाया। हमने उच्च स्तरीय बेरोजगारी जैसे अत्यंत महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होने की जगह गतिरोध एवं दोयम दर्जे के संघर्ष को हावी होते देखा। इस कलह को खत्म होना चाहिए। मैं इसे खत्म करुंगा। मैं अमेरिका की समस्याओं के अंत के मार्ग पर चलूंगा।’ (एजेंसी)
First Published: Saturday, November 3, 2012, 00:29