`ओबामा शासनकाल में अमेरिका-भारत संबंध पीछे गए`

`ओबामा शासनकाल में अमेरिका-भारत संबंध पीछे गए`

`ओबामा शासनकाल में अमेरिका-भारत संबंध पीछे गए`वाशिंगटन: राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार मिट रोमनी के प्रचार अभियान के दौरान उनके एक सहयोगी ने कहा कि वर्तमान ओबामा सरकार के अंतर्गत भारत-अमेरिका संबंध ‘पीछे की ओर’ चले गए हैं, जबकि पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश के शासनकाल में इनमें गति आयी थी ।

रोमनी के शीर्ष विदेश नीति सलाहकार मिशेल बी रेईस ने कल कहा, ‘‘भारत और अमेरिका के संबंध पारस्परिक रूप से दोनों देशों को फायदा पहुंचाने वाले हैं और दोनों देशों के बीच सहयोग के नए क्षेत्रों का विकास करने की जरूरत है।’’ रेईस ने कल एक सम्मेलन के दौरान विदेशी संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने जॉर्ज एच डब्ल्यू बुश और जॉर्ज डब्ल्यू बुश दोनों राष्ट्रपतियों के साथ काम किया।

विशेष रूप से जॉर्ज डब्ल्यू बुश के कार्यकाल की बात करूं तो तब हम अमेरिका और भारत के बीच संबंधों के विकास को लेकर बहुत गौरवान्वित महसूस करते थे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि दोनों देशों के बीच आर्थिक, रणनीतिक और सैन्य एवं रक्षा क्षेत्रों में संबंधों का विकास पारस्परिक रूप से फायदेमंद है।’’ रेईस ने कहा, ‘‘लेकिन वर्तमान सरकार संबंधों को पीछे ले गयी। बुश प्रशासन में हमने संबंधों को जो गति दी थी, उसे यह सरकार पीछे ले गयी।’’

भारत के संबंध में रोमनी की नीति को लेकर रेईस ने कहा, ‘‘इसलिए मुझे लगता है कि रोमनी प्रशासन भारत के साथ संबंधों का पुनर्निर्माण करेगा, सामरिक रिश्तों का विकास करेगा। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, उसके साथ हम सहयोग के नए क्षेत्रों का विकास कर सकते हैं।’’ ऐसा पहली बार हुआ है जब रोमनी के प्रचार अभियान में सार्वजनिक तौर पर भारत के प्रति रूख स्पष्ट किया गया है। (एजेंसी)

First Published: Thursday, August 23, 2012, 09:24

comments powered by Disqus