Last Updated: Wednesday, August 22, 2012, 11:35

वाशिंगटन: एक किताब में यह सनसनीखेज दावा किया गया है कि ओसामा अभियान की जानकारी पाकिस्तान के सेना प्रमुख कयानी को दी गई थी। मिनिटर ने यह दावा अपनी किताब ‘लीडिंग फ्रॉम बिहाइंड ( दि रिलक्टेंट प्रेजिडेंट एंड द अडवाइजर्स हू डिसाइड फॉर हिम) में किया है ।
बाजार में कल आयी इस किताब में एक और सनसनीखेज दावा यह भी किया गया है कि हो सकता है पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल अशफाक परवेज कयानी को अमेरिका ने ओसामा के खात्मे के लिए तय अपने अभियान से जुड़ी जानकारी तकरीबन पांच महीने पहले ही दे दी हो ।
किताब में यह भी कहा गया है कि ऐबटाबाद के जिस परिसर में ओसामा अपने परिवार के साथ रह रहा था, वह पाकिस्तान सैन्य अकादमी के परिसर का ही हिस्सा था लेकिन बाद में उसे अलग कर दिया गया था ।
मिनिटर की किताब के मुताबिक, ‘‘लादेन का पता लगाने में पाकिस्तान की संभवत: खुफिया एजेंसी आईएसआई के एक कर्नल ने उस वक्त बड़ी मदद की जब वह अगस्त 2010 में सीआईए के इस्लामाबाद स्टेशन में गया था ।’’
गौरतलब है कि अल कायदा सरगना ओसामा बिन लादेन को अमेरिकी नौसेना के ‘सील’ कमांडो फोर्स ने मई 2011 में पाकिस्तान के ऐबटाबाद शहर में मार गिराया था। किताब में कहा गया है, ‘‘ऐसा संभव है कि पाकिस्तान के सेना प्रमुख को लादेन के खात्मे के लिए शुरू किए गए अभियान से तकरीबन पांच महीने पहले दिसंबर 2010 में ही इसके बारे में बता दिया गया हो ।’’
दि वॉल स्ट्रीट जर्नल’ और ‘दि वॉशिंगटन पोस्ट’ के पूर्व संवाददाता मिनिटर ने दावा किया है, ‘‘ऐसे संकेत हैं कि पाकिस्तानी सेना के साथ एक कवर स्टोरी विकसित की गयी और मिशन के लिए ओबामा को उनकी मौन सहमति मिली हुई थी ।’’
किताब में कहा गया, ‘‘इस बात का जिक्र कभी नहीं हुआ कि ओबामा की टीम ने जितना कबूल किया, उससे कहीं ज्यादा योगदान पाकिस्तान की टीम ने इस अभियान में किया । जब सीआईए ने खुलासा किया कि आईएसआई के एक कर्नल ने इस्लामाबाद में सीआईए से संपर्क साधा है और ओसामा के बारे में सूचना देने की पेशकश की है तो इस पर बहस शुरू हुई।’’ (एजेंसी)
First Published: Wednesday, August 22, 2012, 09:35