Last Updated: Friday, August 24, 2012, 00:27

वाशिंगटन : अमेरिका में पाकिस्तान के पूर्व राजदूत हुसैन हक्कानी ने कहा है कि ओसामा बिन लादेन की पाकिस्तान के ऐबटाबाद में मौजूदगी के बारे में निश्चित तौर पर किसी को जानकारी थी। उन्होंने कहा कि उनके देश को अलकायदा नेता के स्थानीय संरक्षक के बारे में दुनिया को स्पष्टीकरण देना चाहिए।
मेमोगेट स्कैंडल का खुलासा होने के बाद हक्कानी को पिछले साल अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत पद से इस्तीफा देने को मजबूर किया गया था। उन्होंने आश्चर्य जताया कि क्यों समूचे प्रकरण का अब तक कोई तथ्यान्वेषण नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान को खुद को पाक साफ साबित करना है तो साफ तौर पर जिम्मेदारी लेनी होगी।
हक्कानी ने ये बातें सेंटर फॉर नेशनल इंटरेस्ट में कहीं। इसे पहले निक्सन सेंटर के तौर पर जाना जाता था।
उन्होंने कहा कि किसी को जानकारी थी। मेरा मतलब है, कोई भी कहीं भी बिना किसी को जाने नहीं रहता है। पाकिस्तान में कोई जानता था। वह व्यक्ति कौन है इसकी पहचान करने की जिम्मेदारी पाकिस्तान की है। हक्कानी ने कहा कि वह यह नहीं कह रहे हैं कि पाकिस्तानी सत्ता प्रतिष्ठान को अलकायदा नेता के ऐबटाबाद स्थित ठिकाने की जानकारी थी। लेकिन उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि किसी न किसी तरफ से उसके लिए समर्थन था जिसका पता लगाए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि बिन लादेन पर अब तक कोई रिपोर्ट नहीं है। कोई यह नहीं कह रहा है कि यह सरकार थी। लेकिन किसी ने उसकी मदद की। किसी ने उसके लिए उस स्थान को खरीदा और किसी ने बिजली बिल का भुगतान किया, किसी ने वहां भोजन लाने में मदद की और कम से कम उसकी पहचान की जानी चाहिए और यह नहीं हुआ है।
हक्कानी ने कहा कि पाकिस्तान पर दुनिया को यह बताने की जिम्मेदारी है कि किसने इसे किया। इसके लिए सरकार को नहीं होना है, इसके लिए सेना को नहीं होना है लेकिन जो भी यह है हमें उस पर पाक साफ निकलना है क्योंकि यही वह तरीका है जिससे हम शेष दुनिया को आश्वस्त करेंगे कि इस समूचे प्रकरण में पाकिस्तान सरकार और पाकिस्तान राज्य के तौर पर पाक साफ है। (एजेंसी)
First Published: Friday, August 24, 2012, 00:27