Last Updated: Monday, December 17, 2012, 09:19

टोक्यो : जापान की कंजरवेटिव लिबरल डेमोकट्रिक पार्टी के एक बार फिर भारी बहुमत के साथ सत्ता में लौट आने कर संभावना है।
वहीं दूसरी ओर जापान के प्रधानमंत्री योशिहिको नोदा की डेमोक्रेटिक पार्टी को आज के चुनाव में जबरदस्त हार का सामना करना पड़ा है क्योंकि दल के बड़े नेता मतदाताओं के गुस्से को कम करने में नाकाम रहे हैं।
चुनाव में भारी बहुमत मिलने की बात लगभग तय होने के बाद अगले प्रधानमंत्री और एलडीपी नेता शिन्जो एबे ने दावा किया कि चीन के साथ जिन द्वीपों पर अधिकार को लेकर विवाद चल रहा है वे जापान के हैं ।
तीन वर्ष का दिशाहीन शासन और तीन प्रधानमंत्री, सबसे कार्यकाल में नीतियों में भारी फेरबदल, इन सभी चीजों ने डीपीजे द्वारा वर्ष 2009 के चुनाव में जीत के बाद किए गए बदलाव के वादों को खोखला कर दिया है ।
कमजोर नेतृत्व और विद्वेषपूर्ण गुटबंदी और आपसी मतभेद के कारण पार्टी में अलगाव ने मतदाताओं के धर्य की खूब परीक्षा ली है, और वे फुकुशिमा परमाणु संयंत्र में हुए हादसे के वक्त अस्पष्ट प्रतिक्रिया से काफी नाखुश हैं।
आज के आम चुनाव में शिन्जो एबे की कंजरवेटिव लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिल गया है।
प्रसारक एनएचके ने अपने चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों के आधार पर कहा है कि निचले सदन में एलडीपी को कुल 480 सीटों में से 275 से 310 सीटों पर जीत हासिल होगी जबकि सत्तारूढ़ पार्टी डीपीजे को 55 से 77 सीटें मिलेंगी।
वर्ष 2009 के चुनाव में डीपीजे के 300 से ज्यादा सीटें मिली थीं। (एजेंसी)
First Published: Monday, December 17, 2012, 09:19