Last Updated: Thursday, August 2, 2012, 18:43

इस्लामाबाद : पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल अशफाक परवेज कयानी ने अफगानिस्तान में तैनात अमेरिकी कमांडर के साथ मुलाकात के दौरान पारस्परिक विश्वास के आधार पर अमेरिका के साथ पारदर्शी संबंधों का आज आह्वान किया। कयानी की अमेरिकी कमांडर के साथ मुलाकात नाटो आपूर्ति मार्ग की सात महीने से चल रही नाकेबंदी को खत्म करने के लिए दोनों पक्षों के बीच हुए करार के कुछ दिनों बाद हुई है।
अफगानिस्तान में अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा सहायता बल के प्रमुख जनरल जॉन एलन के साथ रावलपिंडी में मुलाकात के दौरान कयानी ने कहा, ‘पाकिस्तान अमेरिका संबंध पारस्परिक विश्वास, सम्मान और पारदर्शिता पर आधारित होना चाहिए।’ कयानी ने कहा कि एलन के साथ उनकी बैठक ने पाकिस्तानी सेना और आईएसएएफ के बीच रणनीतिक और संचालनात्मक समझ में सुधार की दिशा में मदद की है। यह बैठक पाकिस्तान और अमेरिका के बीच अफगानिस्तान में नाटो को रसद की आपूर्ति के लिए सहमति पत्र पर हस्ताक्षर होने के बाद से पहली बार हुई है।
बैठक के बाद जारी एक संयुक्त वक्तव्य में एलन ने कहा, ‘पाकिस्तान के साथ सहयोग में सुधार की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति हो रही है।’ एलन ने कहा, ‘मैं इन दौरों को लेकर उत्सुक हूं और हम अपने संबंधों में उत्तरोत्तर वृद्धि से खुश हैं। हम भागीदारी बनाने की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति कर रहे हैं जो टिकाउ, रणनीतिक, सावधानीपूर्वक परिभाषित है और जो क्षेत्र में सुरक्षा और खुशहाली को बढ़ाता है।’
पाकिस्तानी सेना ने इससे पहले कहा था कि कयानी और एलन के बीच बैठक सीमा समन्वय मामले पर केंद्रित रहेगी और पाकिस्तान, अफगानिस्तान और आईएसएएफ के बीच पिछली त्रिपक्षीय बैठक के दौरान मुद्दों को लागू करने में प्रगति की समीक्षा पर चर्चा होगी। वक्तव्य में कहा गया है कि तीनों पक्षों के अनेक साझा हित हैं जिनमें सीमा के दोनों ओर आतंकवादियों के खिलाफ समन्वित कार्रवाई के अवसरों के विस्तार के लिए उनकी प्रतिबद्धताएं शामिल हैं जो अफगानिस्तान, पाकिस्तान और क्षेत्र के लिए खतरा हैं। (एजेंसी)
First Published: Thursday, August 2, 2012, 18:43