Last Updated: Thursday, May 17, 2012, 03:15
कराची: पाकिस्तान के सूक्ष्मजीव विज्ञानी खलील चिश्ती करीब दो दशक के अंतराल के बाद गुरुवार को कराची हवाई अड्डे पर अपने परिवार के सदस्यों से मिले। हवाई अड्डे पर चिश्ती का स्वागत करने के लिए सैकड़ों व्यक्ति जमा थे।
हत्या के एक मामले में संलिप्तता के कारण अपने देश से दूर भारत में 20 वर्ष से फंसे चिश्ती को व्हीलचेयर पर जिन्ना अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के बाहर लाया गया। चिश्ती कमजोर लग रहे थे लेकिन वह काफी खुश लग रहे थे।
जिन्ना टोपी पहने चिश्ती ने हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा, ‘मैं सीधे अपने घर जा रहा हूं। मैं सबसे पहले अपने पोते पोतियों के साथ खेलूंगा।’ 82 वर्षीय चिश्ती ने कहा, ‘मेरे लिए अपनी पत्नी, बच्चों और रिश्तेदारों से एक बार फिर मिलना एक सपना साकार होने जैसा है। मैं पाकिस्तान और भारतीय सरकारों का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मुझे जीने के लिए एक नयी जिंदगी दी है।’
चिश्ती की पुत्री तारिका ने अपने आंसू पोंछते हुए कहा कि उनके पिता बहुत थक गए हैं और उन्हें सीधे नजीमाबाद स्थित आवास ले जाया जाएगा जिसे उनकी कराची वापसी की खुशी में रोशनी से सजाया गया है।
उन्होंने कहा, ‘हमारे लिए अपनी भावनाएं व्यक्त करना बहुत मुश्किल है। वह 20 वर्ष के बाद वापस आये हैं। यह वह पल है जिसका सपना मेरी मां और मेरी बहनों और भाइयों ने कई साल तक देखा। यह हमारी लंबी लड़ाई रही है।’
(एजेंसी)
First Published: Thursday, May 17, 2012, 08:45