कादरी ने पाक सरकार को सत्ता छोड़ने का दिया अल्टीमेटम, कादरी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट

कादरी ने पाक सरकार को सत्ता छोड़ने का दिया अल्टीमेटम, कादरी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट

कादरी ने पाक सरकार को सत्ता छोड़ने का दिया अल्टीमेटम, कादरी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंटइस्लामाबाद : मौलवी ताहिर उल कादरी के नेतृत्व में आज इस्लामाबाद में लगातार तीसरे दिन हजारों प्रदर्शनकारियों ने रैली निकालकर चुनावी सुधार का रास्ता साफ करने के लिए सरकार को सत्ता छोड़ने और प्रांतीय विधानसभाओं तथा संसद को भंग करने के लिए बुधवार रात तक की दी गई समयसीमा खत्म हो गई है। उधर पाक सरकार ने भी मौलवी ताहिर उल कादरी के खिलाफ पुलिस द्वारा मामला दर्ज करने के बाद गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है।

सोमवार को अपने समर्थकों के साथ इस्लामाबाद कूच करके संसद के पास धरना प्रदर्शन शुरू करने वाले कादरी ने बुधवार दोपहर में अपने भाषण में चार मांगों को रखा जिसमें चुनाव से पहले संविधान के अनुसार चुनावी सुधार और चुनाव आयोग का पुनर्गठन शामिल है।

उन्होंने कहा कि अगले आम चुनाव की देखरेख करने के लिए कार्यवाहक सरकार गठित करने और प्रांतीय विधानसभाओं तथा संसद को तुरंत भंग करने के लिए सत्तारूढ़ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी और मुख्य विपक्षी पीएमएल एन के बीच कोई गुप्त समझौता नहीं होना चाहिए।

कादरी ने कहा, ‘सरकार को (इन मांगों पर) बुधवार रात तक फैसला लेना है।’ तहरीक मिन्हाज उल कुरान के प्रमुख कादरी सात वर्ष कनाडा में बिताने के बाद पिछले महीने पाकिस्तान लौटे हैं। कादरी ने कहा, यह कथित लोकतांत्रिक सरकार आज या कल समाप्त हो जाएगी, इंशाअल्लाह..हम इस देश में अब और भ्रष्टाचार को स्वीकार नहीं कर सकते। हम सच्चा लोकतंत्र चाहते हैं। धार्मिक छवि युक्त तीन घंटे के भाषण में कादरी ने बार बार सत्तारूढ और विपक्षी दलों के नेताओं पर हमला बोला।

उन्होंने अपने समर्थकों से भ्रष्ट नेताओं की सच्चाई उजागर करने को कहा। कादरी ने अधिकारियों को सरकार का विरोध करने के लिए उकसाया और कहा कि इसे एक या दो दिन में हटाया जाएगा। कादरी द्वारा कल भ्रष्ट नेताओं के खिलाफ जोरदार भाषण देने के बीच सुप्रीम कोर्ट ने प्रधानमंत्री राजा परवेज अशरफ को बिजली परियोजनाओं को लेकर घूस लेने के आरोप में गिरफ्तार करने का आदेश दिया था। आज अपने भाषण के दौरान कादरी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के अशरफ को गिरफ्तार करने के आदेश के बाद सरकार और प्रधानमंत्री का पद पर रहने का नैतिक अधिकार छिन गया है और इसे बने रहने की अनुमति नहीं होनी चाहिए।

कादरी के दावे कि उनका ‘लाखों’ लोगों का समर्थन प्राप्त है, इस्लामाबाद के केन्द्र में स्थित जिन्ना एवेन्यू पर भीड़ कल से धीरे धीरे कम होती जा रही है। पिछले कई वर्षों में यह इस्लामाबाद में सबसे बड़ा प्रदर्शन है लेकिन टीवी एंकरों ने मौलवी के दावे को खारिज किया और अधिकारियों के हवाले से कहा कि 25 हजार से 50 हजार लोग प्रदर्शन में मौजूद थे। कादरी ने आज पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ के अध्यक्ष इमरान खान से प्रदर्शन में शामिल होने का अनुरोध किया। उन्होंने साथ ही कहा कि उनके समर्थक अधिकारियों की कार्रवाई के लिए तैयार रहें।

विशेष बुलेटप्रूफ व्यवस्था में बैठे कादरी ने कहा कि हमारे सीने तुम्हारी गोलियों के लिए तैयार हैं। पहली गोली मुझ पर चलाई जाए, मेरे समर्थकों पर नहीं। कादरी के समर्थकों ने जिन्ना एवेन्यू में तंबू लगा लिये हैं। उन्होंने हालांकि कहा कि उनका अंतरिम प्रशासन का नेतृत्व करने का कोई इरादा नहीं है।

पाकिस्तान सरकार को हटाने की मांग को लेकर हजारों समर्थकों के प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे मौलवी ताहिर उल कादरी के खिलाफ पुलिस द्वारा मामला दर्ज करने के बाद गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है।

इस्लामाबाद में प्रदर्शन स्थल पर पुलिस अधिकारियों पर हमला करने पर कोहसार पुलिस थाने में कादरी और 70 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। घटनाक्रम से जुड़े एक सूत्र ने पीटीआई से कहा कि एक स्थानीय मजिस्ट्रेट द्वारा कादरी के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है। सूत्र ने कहा कि अधिकारी कादरी को गिरफ्तार करने के लिए गृह मंत्री रहमान मलिक की हरी झंडी का इंतजार कर रहे हैं।

एक सूत्र ने कहा कि इस मुद्दे पर विचार विमर्श किया जा रहा है और फिलहाल सरकार की इस बारे में एक राय नहीं है कि कादरी के साथ बातचीत की जाए या उन्हें गिरफ्तार किया जाए। सूत्र ने कहा कि इस संबंध में जल्द कोई फैसला किया जा सकता है।

एक अन्य सूत्र ने कहा कि कादरी और अन्य के खिलाफ हत्या का प्रयास, सरकार के क्रियाकलाप में हस्तक्षेप, पुलिसकर्मियों से हथियार छीनकर शांति भंग करने संबंधी प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है।

सत्तारूढ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी और मुख्य विपक्षी पीएमएल एन लाहौर से इस्लामाबाद तक के ‘लंबे मार्च’ के लिए कादरी को सुरक्षित रास्ता देने को लेकर एक दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।

पंजाब की प्रांतीय विधानसभा में पीपीपी के एक सदस्य ने कहा कि पंजाब सरकार ने लाहौर में कादरी को उनके आवास से हिरासत में क्यों नहीं लिया? यह सामान्य जानकारी है कि तहरीक मिन्हाज उल कुरान पार्टी के पास दूसरे या तीसरे क्रम का नेतृत्व नहीं है।

उन्होंने कहा कि अगर उन्हें नजरबंद किया गया होता तो केवल कुछ समर्थक ही सड़कों पर आए होते।पीपीपी नेता ने कहा कि पीएमएल एन को संदेह था कि पीपीपी मई में होने वाले आम चुनावों को टालना चाहती है जिससे गलत फैसला किया गया। नेता ने कहा कि पंजाब में पीएमएल एन सरकार की गलत गणना लोकतंत्र के लिए दमनकारी साबित हो सकती है।

वहीं दूसरी ओर पीएमएल एन के नेताओं ने कादरी के प्रदर्शन से निबटने में गृह मंत्री रहमान मलिक की भूमिका पर सवाल उठाया। पीएमएल एन के सांसद ने कहा कि मलिक लंबे मार्च को रोकना चाहते थे या इसे सुविधाएं देना चाहते थे, उनकी भूमिका पर सवालिया निशान है। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, January 16, 2013, 19:13

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