Last Updated: Wednesday, September 25, 2013, 08:57

अबुजा/नैरोबी/ नई दिल्ली : कीनिया के राष्ट्रपति ने कहा कि नैरोबी में शॉपिंग मॉल की अल शबाब आतंकवादियों द्वारा घेराबंदी खत्म हो गयी है । इस आतंकवादी हमले में तीन भारतीय समेत 67 लोगों की जान चली गयी।
राष्ट्रपति उहुरू केन्यात्ता ने टेलीविजन पर राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि पांच हमलावर इस पूर्वी अफ्रीकी देश के सैनिकों के हाथों मारे गए और 11 संदिग्ध हिरासत में लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि हमने हमलावरों को लज्जित और पराजित कर दिया और हमारे कार्य का यह हिस्सा पूरा हो गया। लेकिन हमारी क्षति भी बहुत बड़ी रही। उन्होंने कल से तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा करते हुए कहा कि हमले के दौरान 61 नागरिक और छह सुरक्षाकर्मी मारे गए।
केन्याता ने कहा कि इस घटना में वेस्टगेट मॉल की इमारत के कुछ हिस्से ढह गए और कई शव वहां से निकाल जाने हैं। इसी बीच, एक और शव के भारतीय नागरिक का शव होने की शिनाख्तगी के बाद इस हमले में मारे गए भारतीयों की संख्या बढ़कर तीन हो गयी।
घायल भारतीयों में नटराजन की पत्नी मंजुला श्रीधर, परमशू जैन की मां मुक्ता जैन, 12 साल की पूर्वी जैन और फ्लेमिंगो ड्यूटी फ्री के कर्मचारी नटराजन रामचंद्रन शामिल हैं। यह हमला शनिवार को हुआ था जिसमें 175 से अधिक लोग घायल हो गए। 62 लोग अभी भी अस्पताल में हैं।
केन्याता ने कहा कि हमें राष्ट्रीय परिवार के रूप में जिस विध्वंस, मृत्यु और दुखदर्द से गुजरना पड़ा है, उसके लिए मैं वादा करता हूं कि हमारी पूरी जवाबदेही होगी। अलकायदा से जुड़े अल शबाब के आतंकवादियों ने शनिवार को ग्रेनेड फेंककर मॉल का घेराव कर लिया था। हमलावरों ने मुसलमानों से उस स्थल से भाग जाने को कहा था।
इस आतंकवादी संगठन के सदस्यों ने बाद में सोमालिया में इस हमले की जिम्मेदारी ली और सोमालिया में सैन्य अभियान को लेकर कीनिया की निंदा की। कीनिया में यह 1998 के बाद से सबसे भयावह हमला था । वर्ष 1998 में नैरोबी में अमेरिकी दूतावास पर अलकायदा के हमले में 200 लोग मारे गए थे। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, September 25, 2013, 08:57