Last Updated: Tuesday, February 19, 2013, 19:25

बीजिंग : पाकिस्तान में रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण ग्वादर बंदरगाह के प्रबंधन की जिम्मेदारी संभालने के एक दिन बाद चीन ने मंगलवार को कहा कि यह कदम क्षेत्रीय स्थिरता एवं विकास को कायम रखने तथा द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने में सहायक है।
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता होंग ली ने संवाददाताओं से कहा, ‘प्रबंधन के अधिकार का हस्तांतरण एक कारोबारी परियोजना है और यह चीन-पाकिस्तान के बीच व्यापार एवं आर्थिक सहयोग के तहत आती है।’
दोनों देशों ने ग्वादर बंदरगाह के प्रबंधन की जिम्मेदारी चीन की कंपनी चाइना ओवरसीज पोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड को देने से जुड़े समझौते पर कल इस्लामाबाद में हस्ताक्षर किए।
अब बलूचिस्तान प्रांत में पड़ने वाले इस बंदरगाह के प्रबंधन की पूरी जिम्मेदारी चीनी कंपनी के पास होगी और मुनाफे को वह पाकिस्तान के साथ साझा करेगी।
इस समझौते के बारे में होंग ने कहा, ‘चीन और पाकिस्तान के बीच सहयोग का बढ़ना न सिर्फ दोनों देशों के हित में है, बल्कि क्षेत्रीय स्थिरता एवं विकास को कायम रखने में भी मददगार है।’
होंग ने कहा, ‘चीन की कंपनियां पाकिस्तान के साथ कई क्षेत्रों में लंबे से सक्रियता के साथ सहयोग करती रही हैं।’ इसी साल 30 जनवरी को पाकिस्तान सरकार ने ग्वादर बंदरगाह के प्रबंधन की जिम्मेदारी सिंगापुर से चीन को देने को मंजूरी दी थी। इस बंदरगाह के निर्माण भी में चीन का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
चीन ने इस बंदरगाह के निर्माण के लिए शुरुआती बजट की 25 करोड़ डालर की 75 फीसदी राशि का भुगतान किया था।
रक्षा मंत्री एके एंटनी ने इस महीने कहा था कि पाकिस्तान का यह फैसला भारत के लिए गंभीर चिंता का विषय है।
एंटनी ने कहा, ‘पाकिस्तान के आग्रह पर चीन बंदरगाह का निर्माण कर रहा है। एक वाक्य में कहा जा सकता कि यह हमारे लिए गंभीर चिंता का विषय है।’ (एजेंसी)
First Published: Tuesday, February 19, 2013, 19:02