Last Updated: Monday, August 27, 2012, 19:55

तेहरान : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह गुरुवार को होने वाले गुटनिरपेक्ष आंदोलन के शिखर बैठक में हिस्सा लेने के लिए चार दिवसीय यात्रा पर कल यहां पहुंच जाएंगे। इस बैठक से पहले वह अमेरिका की आपत्तियों को खारिज करते हुए ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनी समेत कई शीर्ष नेताओं के साथ महत्वपूर्ण द्विपक्षीय बातचीत करेंगे।
सिंह 120 सदस्यीय गुटनिरपेक्ष आंदोलन के 16वें शिखर सम्मेलन से इतर पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना समेत अन्य देशों के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठके करेंगे ।
ईरान और भारत के बीच बैठक से ठीक पहले नई दिल्ली ने यह पूरी तरह से स्पष्ट कर दिया है कि शांति और सुरक्षा प्रमुख चिंता होगी जिसे तेहरान के साथ उठाया जाएगा।
विदेश सचिव रंजन मथाई ने नई दिल्ली में कहा, शांति और सुरक्षा वास्तव में पश्चिम एशिया क्षेत्र, खाड़ी क्षेत्र, खासकर तेल के आयात और हमारे निर्यात दोनों ही लिहाज से भारत की सुरक्षा और अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है। इसलिये यह हमारी चिंता है तथा हमें किसी और की चिंता को प्राथमिकता के आधार पर नहीं लेना होगा।
सिंह की खामेनी और राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद के साथ होने वाली मुलाकात काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि यह ऐसे समय पर होगी जब अमेरिका, ईरान के साथ संबंध कम करने के लिए भारत पर दबाव डाल रहा है। अमेरिका, ईरान के परमाणु कार्यक्रम को देखते हुए भारत से कुछ देशों द्वारा उस पर लगाए गए प्रतिबंध को लागू करने के लिए भी कह रहा है।
हालांकि पश्चिमी देश ईरान के गुटनिरपेक्ष शिखर बैठक को ज्यादा महत्व नहीं दे रहे हैं वहीं तेहरान इस कार्यक्रम को एक बड़ी राजनयिक सफलता के रूप में देख रहा है।
ईरान के विदेश मंत्री अली अकबर सालेही ने विशेषज्ञों की बैठक में अपने उद्घाटन भाषण में कल कहा था कि इस गुट को अपने कुछ सदस्यों के खिलाफ कुछ देशों द्वारा लगाये गए एकपक्षीय आर्थिक प्रतिबंधों से गंभीरतापूर्वक निपटना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि अमेरिका और पश्चिमी देशों ने ईरान के खिलाफ कई प्रतिबंध लगाए हैं। उनका आरोप है कि ईरान गोपनीय परमाणु हथियार कार्यक्रम चला रहा है।
प्रधानमंत्री मिस्र के राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी के साथ भी बैठक कर सकते हैं। (एजेंसी)
First Published: Monday, August 27, 2012, 18:49