गर्भपात संबंधी कानून पर गंभीर होता आयरलैंड

गर्भपात संबंधी कानून पर गंभीर होता आयरलैंड

लंदन : एक भारतीय डाक्टर की मौत पर जारी विवाद के बीच आयरलैंड के एक मंत्री ने कहा है कि अगर कैबिनेट द्वारा विशेषज्ञ समूह की सिफारिश स्वीकार कर ली जाती है तो उनका देश गर्भपात संबंधी कानून ‘शीघ्र’ लागू करने के लिए कदम उठाएगा।

इस संबंध में एक विशेषज्ञ समूह को इस बात की जांच के लिए गठित किया गया था कि राज्य गर्भपात से जुड़े कानूनों से किस तरह निबटता है। मीडिया में आई खबरों के अनुसार, इस समूह ने इस तरह के मामलों से व्यावहारिक तरीके से निबटने के साथ गर्भपात के सीमित प्रावधान वाले कानून की अनुमति का समर्थन किया है।

सार्वजनिक व्यय एवं सुधार मंत्री ब्रेंडन हाउलिन ने कहा कि गठबंधन सरकार ‘एक्स’ मामले पर सुप्रीम कोर्ट के वर्ष 1992 के फैसले पर कदम उठाने में नाकाम रहने वाला सातवां प्रशासन नहीं होगी। ‘एक्स’ मामला इरिश सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक मामला है जो उस स्थिति में आइरिश महिलाओं को गर्भपात का अधिकार देता है, अगर गर्भवती महिला का जीवन उसके गर्भवती होने के कारण जोखिम में है।

इस मंत्री की टिप्पणियां ऐसे समय आई हैं जबकि 28 अक्‍टूबर को गॉलवे यूनीवर्सिटी अस्पताल में शरीर में जहर फैल जाने के कारण हुई 31 वर्षीय सविता हलप्पनवार की मौत पर विवाद जारी है। डाक्टरों ने इस महिला का गर्भपात करने से यह कहते हुए इंकार कर दिया था कि ‘यह कैथोलिक देश’ है। विशेषज्ञ समूह की रिपोर्ट पर कल कैबिनेट में विचार विमर्श होगा। हाउलिन ने कहा कि हमारे पास विशेषज्ञ समूह है जो हमें हर पहलू पर बताएगा और मुझे इसमें कोई शक नहीं है कि यह सरकार सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के अनुसार अतिशीघ्र उचित कदम उठाएगी। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि संसद में अगले सप्ताह शांत और विस्तृत बहस होगी। (एजेंसी)

First Published: Monday, November 26, 2012, 13:21

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