गाजा संघर्ष विराम को बरकरार रखने का UN का आह्वान

गाजा संघर्ष विराम को बरकरार रखने का UN का आह्वान

गाजा संघर्ष विराम को बरकरार रखने का UN का आह्वानसंयुक्त राष्ट्र : संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् ने इजरायल और हमास से उनके बीच हुआ संघर्ष विराम बनाए रखने के लिए गंभीरता से काम करने का आह्वान किया तथा हिंसा रोकने के लिए मिस्र के राष्ट्रपति मोहम्मद मोरसी के प्रयासों की सराहना की है। इन हमलों और हिंसा में करीब 150 लोगों की जान गई है।

तेल अवीव से एक वीडियो लिंक के माध्यम से 15 देशों के परिषद् को संबोधित करते हुए बान ने कहा कि फिलहाल इजरायल और हमास का ध्यान युद्धविराम को बनाए रखने और गाजा में जिन्हें जरूरत है उन्हें मानवीय सहायता देने पर होना चाहिए। बान ने कहा, ‘मैं आज के युद्ध विराम की घोषणा का स्वागत करता हूं। मैं हिंसा से पीछे हटने के दोनों पक्षों की और बेहतरीन नेतृत्व के लिए राष्ट्रपति मोहम्मद मोरसी की प्रशंसा करता हूं।’

उन्होंने कहा, ‘हिंसा का थमना गाजा और इजरायल के लोगों और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए बहुत ही राहत की बात है।’ संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई प्रतिनिधि और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् के वर्तमान अध्यक्ष हरदीप सिंह पुरी के बयान में परिषद् ने कहा कि पक्षों को युद्ध विराम के समझौते को बनाए रखना चाहिए और इस पर गंभीरता से काम करना चाहिए। बयान में कहा गया है, ‘सुरक्षा परिषद् के सदस्यों ने गाजा पट्टी पर युद्ध विराम संबंधी समझौते का स्वागत किया है। यह समझौता गाजा पट्टी और इजरायल को प्रभावित कर रही हिंसा और अशांति को समाप्त करने का स्थाई तरीका खोजने की कोशिश है।’

परिषद् ने तुंरत पूर्ण शांति स्थापित करने और क्षेत्र में एक साथ मौजूद दो लोकतांत्रिक देशों इस्राइल और फलस्तीन के दृष्टिकोण पर आधारित शांति को हासिल करने के महत्व पर बल दिया है। इसके साथ ही उसने कहा कि दोनों देशों के एक साथ शांति से और सुरक्षित तथा मान्य सीमाओं के साथ रहने की कोशिश भी महत्वपूर्ण है। गाजा में मौजूद संयुक्त राष्ट्र दल के मुताबिक, इस हिंसा में अभी तक फलस्तीन के 139 लोगों की जान गई है जिसमें 70 से ज्यादा आम लोग थे। करीब 900 लोग घायल हुए हैं। इस दौरान 10,000 लोग बेघर हो गए हैं ।

बान ने कहा कि 14 नवंबर से अभी तक इजरायल के चार लोगों के मरने और 219 लोगों के घायल होने की सूचना है। बान ने हिंसा की राह से पीछे हटने के लिए संबंधित पक्षों की तारीफ की लेकिन साथ ही कहा कि अभी भी शांति बहाल करने में दोनों पक्षों की ओर से खतरा बना हुआ है। उन्होंने कहा, ‘हम सभी को इन खतरों का भान है।’

बान ने कहा, ‘और हम सभी जानते हैं कि लंबे समय तक और स्थाई युद्ध विराम की स्थिति को बनाए रखने के लिए हम सभी को और भी कई पहलुओं पर काम करना होगा।’ सुरक्षा परिषद् ने अपने बयान में कहा, ‘‘परिषद् के सदस्य इस्राइल और गाजा पट्टी में रह रहे फलस्तीन के लोगों के डर के बिना जीवन जीने की जरूरत का समर्थन करते हैं।’ (एजेंसी)

First Published: Thursday, November 22, 2012, 19:44

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