गुरुद्वारा गोलीबारी: पीड़ित परिजनों से मिले कृष्णा

गुरुद्वारा गोलीबारी: पीड़ित परिजनों से मिले कृष्णा

गुरुद्वारा गोलीबारी: पीड़ित परिजनों से मिले कृष्णान्यूयार्क : विदेश मंत्री एस.एम. कृष्णा ने ओक क्रीक गुरुद्वारा गोलीबारी में मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात की और कहा कि भारत और अमेरिका हिंसा एवं घृणा फैलाने वालों के खिलाफ एकजुट होकर खड़े हैं।

कृष्णा गुरुवार को मिल्वौकी स्थित फ्रोडटर्ट अस्पताल गए और वहां पर ग्रंथी पंजाब सिंह के परिवार वालों से मुलाकात की। अगस्त में हुई गोलीबार के बाद घायल हो गए पंजाब सिंह अभी भी कोमा में हैं।

उन्होंने बाद में छह सिख लोगों के परिजनों से मुलाकात की जो हमलावर वैड माइकल पेज द्वारा गुरुद्वारे में की गई गोलीबारी के कारण मारे गए। इस हमले में तीन अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।

भारत सरकार और नागरिकों की तरफ से दुख और संवेदना व्यक्त करते हुए कृष्णा ने कहा कि इस तरह की घटनाएं गंभीर चुनौतियां हैं जो हमें विकृत विचारधारा के लोगों से मिलती हैं।

मिल्वौकी के गुरुद्वारे में सिख समुदाय के लगभग 300 सदस्यों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हिंसा की यह घटना अधिक दुखद इसलिए भी है क्योंकि यह पूजा, भक्ति और शांति वाले धार्मिक स्थान पर हुई।

उन्होंने कहा कि भारत, अमेरिका और पूरे विश्व में सभी अच्छी सोच वाले लोगों’ ने इस ‘जघन्य कार्रवाई’ की निंदा की है।
कृष्णा ने कहा कि दुनिया को इस तरह की हिंसा और नफरत की संस्कृति फैलाने वाले असहिष्णु कट्टरवाद से छुटकारा दिलाना है।

उन्होंने इस तरह की ताकतों से लड़ने के लिए राष्ट्रीयता तथा धार्मिक संबद्धता के बजाय एकता पर जोर दिया। यहां पर संयुक्त राष्ट्र महासभा के 67वें सत्र की बैठक में भाग लेने के बाद कृष्णा विस्कोंसिन पहुंचे।

इस सप्ताह की शुरुआत में उन्होंने न्यूयार्क में अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन के साथ हुई बैठक में गुरुद्वारा गोलीबारी के मुद्दे पर चर्चा की थी।

उन्होंने कहा कि वह और क्लिंटन दोंनो इस बात पर सहमत हुए कि लोकतंत्र में हमेशा बहुलतावाद, विविधता एवं धार्मिक
स्वतंत्रता के उच्चतम आदशरें को सही ठहराया गया है और भारत एवं अमेरिका हमेशा हिंसा और घृणा के खिलाफ एक साथ खड़े हैं।

कृष्णा ने कहा कि इस तरह की मूखर्तापूर्ण कार्रवाई हमें भयभीत नहीं करेगी और हम अपनी आस्था को और अधिक मजबूत करेंगे कि कोई भी इस संस्कृति को नुकसान पहुंचाने का साहस नहीं करे। (एजेंसी)

First Published: Friday, October 5, 2012, 09:02

comments powered by Disqus