गुरुद्वारा हमला: नस्ली संबंधी जांच कर रही है एफबीआई

गुरुद्वारा हमला: नस्ली संबंधी जांच कर रही है एफबीआई

न्यूयॉर्क/वॉशिंगटन : विस्कोन्सिन स्थित गुरूद्वारे में गोलीबारी घटना में शामिल हमलावर के ‘नव-नाजीवाद’ के प्रति झुकाव के बारे में और जानकारी सामने आने के बाद एफबीआई ने श्वेतों को सर्वश्रेष्ठ समझने वाले नस्ली उन्मादियों से उसके संबंधों की जांच शुरू कर दी ताकि यह पता चल सके एक पूर्व सैनिक के सिख श्रद्धालुओं के खिलाफ अपनी नफरत निकालने के पीछे कारण क्या था।

हमलावर वेड माइकल पेज के पड़ोसियों ने बताया कि वह अपने एक बेडरुम वाले घर से बहुत कम ही निकलता था। वह वहां पर अकेले ही रहता था और किसी से कभी आंखें नहीं मिलाता था। पेज की गतिविधियों की निगरानी करने वाले नागरिक संगठनों ने उसे ‘कुंठित नव नाजी’ बताया है जो कि नस्ली वाइट पाव बैंड का नेता था।

एफबीआई ने कहा कि वह पेज के ने श्वेतों को सर्वश्रेष्ठ समझने वाले नस्ली उन्मादियों से संबंधों की जांच कर रही है लेकिन उसने इस बात पर जोर दिया कि ऐसे कोई संकेत नहीं थे जिससे जांचकर्ता यह मान सकें वह ऐसी खतरनाक साजिश रच रहा है। एफबीआई के मिलवाउकी कार्यालय के प्रमुख एवं विशेष एजेंट टेरेसा कार्लसन ने बताया कि ‘देशी आतंकवाद’ जांच का विषय है।

एफबीआई ने गत रविवार की गोलीबारी की घटना के सिलसिले में एक दूसरे व्यक्ति की कल तस्वीर जारी की थी। उसका मानना था कि वह इस घटना में महत्वपूर्ण कड़ी हो सकता है। उल्लेखनीय है कि कल एक संवाददाता सम्मेलन में एफबीआई ने कहा था कि वह संदिग्ध व्यक्ति की पहचान करने का प्रयास कर रही है जो गोलीबारी की घटना के बाद वहां आया था। एफबीआई ने उसकी पहचान करने के लिए जनता से मदद मांगी थी। बहरहाल, अब उसने हमले में किसी दूसरे व्यक्ति की संलिप्तता की बात खारिज कर दी।

अधिकारियों ने उस संदिग्ध व्यक्ति से पूछताछ करने के बाद उसे शक के दायरे से बाहर कर दिया और इस बात की पुष्टि की कि हमले के पीछे सिर्फ एक ही बंदूकधारी था। एफबीआई के प्रवक्ता ने कहा, अज्ञात व्यक्ति का पता चल गया है। उससे पूछताछ की गई है। ऐसा लगता है कि वह ओक क्रीक में गत रविवार को हुई गोलीबारी की घटना में शामिल नहीं था।
असंगत सूचनाओं से यह बात सामने आयी कि पूर्व सैन्यकर्मी पेज नफरत फैलाने वाले कार्यक्रम में हिस्सा लेता। इसके साथ ही सर्वश्रेष्ठ समझने वाले नस्ली उन्मादियों के आदोंलन में श्वेत को उसका प्रबल विश्वास था। पेज ऐसे रॉक बैंडों से भी जुड़ा हुआ था जिनका उग्र संगीत यहूदियों और अश्वेत लोगों की हत्या की बात करता है। वह ‘डेफिनिट हेट’ और ‘इंड अपैथी’ जैसे नाम वाले श्वेत को सर्वश्रेष्ठ समझने वाले नस्ली उन्मादियों के बैंडों से जुड़ा हुआ था।

सदर्न पावर्टी ला सेंटर्स का गुप्तचर परियोजना की निदेशक हेइदी बेइरिच ने मिलवाउकी विस्कोंसिन जर्नल सेंटीनेल को बताया कि उनका समूह वर्ष 2000 से ही पेज पर नजर रखे हुए था जब उसने जानेमाने नफरत समूह ‘नेशनल अलायंस’ से सामान खरीदा था। उन्होंने बताया कि उनके केंद्र के पास इस बात के सबूत थे कि पेज देश में नस्ली नफरत से संबंधित कार्यक्रमों में शामिल होता था।

पेज ने वर्ष 2010 में ‘लेबल 56’ की वेबसाइट पर श्वेत को सर्वश्रेष्ठ समझने वाले नस्ली उन्मादियों के वाषिर्क कार्यक्रम ‘हैमरफेस्ट’ में जाने की बात करते हुए कहा था कि उसने कई नवनाजी बैंडों में काम किया है जिसमें ‘ब्लू आइड डेविल्स’ शामिल है।

बैंड के एक गाने की पंक्तियां हैं, ‘नाव आई विल फाइट फॉर माई रेस एंड नेशन’ जिसका अर्थ है ‘अब मैं अपनी नस्ल और देश के लिए लडूंगा।’ बैंड के एक अन्य गाने में ‘अवर रेस वार’ (हमारी नस्ली जंग) और ‘वाट हैज हैपंड टू अमेरिका दैट वाज वंस सो वाइट एंड फ्री’ अर्थात ‘क्या हो गया अमेरिका को जो एक समय इतना श्वेत और इतना स्वतंत्र था’ जैसे शब्द हैं। श्वेतों को सर्वश्रेष्ठ समझने वाले नस्ली उन्मादियों के समूहों पर नजर रखने वाली निगरानी सेवा एसआईटीई के अनुसार पेज की हैमरस्कीन और अन्य श्वेत राष्ट्रवादी वेबसाइटों पर काफी विस्तृत उपस्थिति थी।

अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कोलोराडो में एक थिएटर में गोलीबारी की घटना के दो सप्ताह बाद गुरुद्वारे में हुए हमले की घटना में सिखों की हत्या पर दुख जताते हुए हर अमेरिकी से आत्मपरीक्षण करने और इसका रास्ता खोजने को कहा कि देश में फैल रही हिंसा को कम कैसे किया जाये।

अमेरिका में ऐसी हिंसक घटनाओं के बार बार होने पर चिंता जताते हुये ओबामा ने कहा, मैं समझता हूं कि हम सभी मानते हैं कि इस तरह की भयावह और दुखद घटनायें बेहद नियमितता से हो रही हैं हमें कुछ आत्मपरीक्षण करना होगा और अतिरिक्त तरीके खोजना होगा कि हम हिंसा कैसे कम कर सकते हैं। (एजेंसी)

First Published: Tuesday, August 7, 2012, 20:22

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