Last Updated: Monday, August 6, 2012, 20:33

न्यूयॉर्क : अमेरिका में विस्कोन्सिन में एक गुरूद्वारा में हमले की जांच एफबीआई ने शुरू कर दी जबकि हमलावर की पहचान अमेरिकी सेना के एक पूर्व सैनिक के रूप में हुई जिसकी बांह पर 9/11 का टैटू है जिससे इस हमले नस्ली अपराध समझा जा रहा है।
संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) ने विस्कोन्सिन के एक गुरूद्वारे में छह लोगों की हत्या की विस्तृत जांच शुरू कर दी है। इसे अमेरिका में सिखों पर अब तक के सबसे भयावह हमला करार दिया गया है। प्रशासन ने हमलावर वेड माइकल पेज की इस गोलीबारी को ‘देशी आतंकवाद’ करार दिया है।
तीन सप्ताह के अंदर इस दूसरे नरसंहार से ओबामा प्रशासन हिल गया है और अमेरिका में करीब साल लाख की आबादी वाले सिख समुदाय में दहशत और आक्रोश है।
यह घटना कल रात करीब 10:30 बजे (भारतीय समयानुसार) मिल्वाउकी के उपनगरीय इलाके ओक क्रीक में स्थित गुरूद्वारे में हुई। उस वक्त सिख समुदाय के लोग यहां प्रार्थना के लिए एकत्र हुए थे। एफबीआई ने इस घटना की विस्तृत जांच शुरू कर दी है।
पूर्व सैन्यकर्मी वेड माइकल पेज गुरूद्वारा में आया और उसने वहां अंधाधुंध गोलियां चलानी शुरू कर दी। इस गोलीबारी में छह लोगों की मौत हो गयी। बताया जाता है हमलावर की उम्र 40 साल के आसपास थी। उसे श्वेत होने का घमंड था। ऐसी अटकल है कि यह नस्लवाद का मामला हो सकता है। इस गोलीबारी में तीन लोग घायल भी हो गए। इस घटना में कई और भी चपेट में आ जाते लेकिन स्थानीय पुलिस अधिकारियों की जवाबी कार्रवाई में पेज मारा गया। एक पुलिस अधिकारी भी घायल हुआ। पेज के शरीर पर कई टैटू थे जिनमें 9/11 से संबंधित टैटू भी था।
इस घटना के तुरंत बाद अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपने शीर्ष राष्ट्रीय सुरक्षा सहयोगियों के साथ सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। वह संवेदना व्यक्त करने के लिए गुरूद्वारा के न्यासियों से मिले।
घटना पर दुख जताते हुए ओबामा ने कहा, मिशेल और मैं गोलीबारी के बारे में सुन कर बेहद दुखी हैं। इस गोलीबारी ने विस्कोन्सिन में कई लोगों की जान ले ली। समाचार पत्र ‘मिल्वाउकी जर्नल सेंटिनेल’ ने कहा, सिखों पर यह सबसे भयावह हमला है। सिख समुदाय के लोगों को अकसर मुस्लिम समझ लिया जाता है और उनके खिलाफ नस्ली नफर के अपराध किए गए हैं।
फिलहाल एफबीआई ने हमलावार की शिनाख्त नहीं की है और उसने यह भी कहा कि उसे इस निर्मम हत्या के पीछे की मंशा का पता करना बाकी है। एफबीआई की स्पेशल एजेंट इंचार्ज टेरेसा कार्लसन ने कहा, एफबीआई जांच कर रही है कि कहीं यह घरेलू आतंकवाद की कार्रवाई तो नहीं है। इस घटना के पीछे के किसी मकसद के बारे में अभी पता नहीं चला है।
उधर, फोक्स न्यूज ने कहा, सूत्रों ने मृत संदिग्ध की पहचान वेड माइकल पेज के रूप में की है जो एक समय उत्तरी कैरोलीना में फोर्ट ब्रैग्ग सैन्य प्रतिष्ठान से जुड़ा था। कार्लसन ने कहा कि एफबीआई ओक क्रीक पुलिस विभाग और अन्य स्थानीय तथा संघीय एजेंसियों के साथ नजदीकी संपर्क में है ताकि गोलीबारी की इस घटना की जांच की जा सके।
एफबीआई ने एक बयान में कहा, हम जानते हैं कि हमारे लोग इस घटना से कितना प्रभावित हुए हैं। प्रभावित हुए लोगों और दूसरों की रक्षा करते घायल हुए अधिकारी के साथ हमारी पूरी संवेदना है। लॉस एंजिल्स टाइम्स ने सूत्रों के हवाले से खबर दी कि मृत बंदूकधारी के शरीर पर टैटू और उसके जिंदगी के बारे में मिली कुछ जानकारियों के आधार पर एफबीआई गुरूद्वारे पर हमले को देशी आतंकवाद के रूप में ले रही है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हमलावार के शरीर पर 9.11 का टैटू था।
हमलावर के बारे में कुछ जानकारियां सामने आयी है। पुलिस ने गोलीबारी के कुछ ही घंटे बाद उसके कूडहे डुप्लेक्स अपार्टमेंट की छानबीन की। जर्ननल सेंटीनेल के अनुसार उसके मकानमालिक ने बताया कि उसका किरायेदार गोरा और अकेला था तथा उसकी उम्र 40 साल के आसपास रही होगी। वह पूर्व सैनिक था।
एबीसी न्यूज और सीएनएन ने अज्ञात सूत्रों के हवाले से कहा कि गोलीबारी गोरी चमड़ी के श्रेष्ठ होने के बोध से संबंधित है। वाशिंगटन में भारतीय राजदूत निरुपमा राव ने कहा कि अमेरिका ने भारत को भरोसा दिलाया है कि विस्कोन्सिन के गुरूद्वारे में हुई गोलीबारी की घटना की पूरी जांच की जाएगी। अमेरिका के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कल उनसे बात की और राष्ट्रपति बराक ओबामा की ओर से गहरी संवेदना प्रकट की।
निरुपमा ने ट्विटर पर कहा, जॉन ब्रेनन ने मुझे भरोसा दिलाया है कि इन भयावह हत्याओं की पूरी जांच की जाएगी। सिख समुदाय अमेरिका का महत्वपूर्ण अंग है। इस हमले में मारे गए गुरूद्वार के अध्यक्ष सतवंत कलेका के बेटे अमरदीप कलेका ने कहा, उनके पिता के लिए गुरूद्वारा दूसरे घर जैसा था।
कलेका ने कहा, वह इनते दयालु थे कि यदि रात दो बजे भी उन्हें सूचना मिलती कि कहीं का बल्ब खराब है तो वह बदल देते थे। दस घंटे के इंतजार के बाद परिवार के सदस्यांे को कल देर रात हताहत अपने रिश्तेदारों के बारे में अधिकारियों से जानकारी मिली।
गुरूद्वारा के अधिकारी बेन बोबा री ने कहा, कैसा गमगीन माहौल था, उसका वर्णन करना मुश्किल है। लोग फूट फूटकर रहे थे। ग्रंथी प्रकाश सिंह बहुत ही शांति और नम्र व्यक्ति थे। (एजेंसी)
First Published: Monday, August 6, 2012, 20:33